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अयोध्या के राम मंदिर का उज्जैन से क्या है कनेक्शन? जानिए सीएम मोहन ने क्‍यों किया जिक्र

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (Madhya Pradesh Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने विधानसभा में अपने संबोधन में बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने उज्जैन आगमन के दौरान इस बात को कोट किया था कि अयोध्या का राम मंदिर बाबर के हमले से पहले सम्राट विक्रमादित्य ने बनवाया था. इस मंदिर का निर्माण दो हजार साल पहले किया गया था.

राम मंदिर के उद्घाटन की चर्चा पूरे देश में चल रही है. इसी बीच मध्य प्रदेश की विधानसभा में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक रोचक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य का इतिहास देश ही नहीं बल्कि विश्व को जानना चाहिए.

अयोध्या की बात की जाए तो इसका कनेक्शन भी सम्राट विक्रमादित्य और उज्जैन से है. सीएम मोहन यादव ने कहा कि पिछले साल जब योगी आदित्यनाथ उज्जैन आए थे तो उन्होंने इस बात जिक्र किया कि सम्राट विक्रमादित्य ने ही 2000 साल पहले राम मंदिर का निर्माण करवाया था.



‘विश्व में दो भाईयों तीन जोड़ियां हैं विख्यात’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हवाला देते हुए सीएम मोहन यावद ने कहा उन्होंने इस बात की जानकारी भी दी कि बाबर के हमले से पहले जो मंदिर का स्वरूप था, उसे सम्राट विक्रमादित्य ने बनवाया था. डॉक्टर मोहन यादव ने इस बात का भी जिक्र किया कि विश्व में दो भाइयों की तीन जोड़ी काफी विख्यात है. इनमें कृष्ण-बलराम, राम-लक्ष्मण और सम्राट विक्रमादित्य और उनके भाई भतृहरि शामिल हैं. उन्होंने भर्तहरि द्वारा लिखी गई तीन प्रसिद्ध धार्मिक पुस्तकों का उल्लेख किया.


विक्रम संवत का विधानसभा में उल्लेख
यदि गणना की बात की जाए तो विश्व का सबसे प्राचीन विक्रम संवत माना जाता है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने विक्रम संवत का उल्लेख भी विधानसभा में किया. उन्होंने सम्राट विक्रमादित्य की प्रसिद्धि और उज्जैन का प्राचीन महत्व भी सभी क्षेत्रों में उल्लेखित किया.

सीएम ने रखी विक्रम उत्सव की नींव
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने सम्राट विक्रमादित्य को लेकर कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं. उन्होंने उज्जैन में विक्रम उत्सव का शुभारंभ करवाया. इसके अलावा सम्राट विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित नाटक का मंचन भी उज्जैन में करवाया. ऐतिहासिक रुप से सम्राट विक्रमादित्य को न्याय प्रिय के साथ-साथ वीरता के लिए जाना जाता है.

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