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पोप के जूते पर क्यों होता है सोने का क्रास, जानें उनकी पोशाकों के बारे में

वेटिकन सिटी। अभी कुछ दिनों पहले ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (India Prime Minister Narendra Modi) की वेटिकन सिटी (Vatican City) के पोप फ्रांसिस (Pope Francis) से मुलाकात हुई थी. पोप फ्रांसिस (Pope Francis) इस फोटो में एक खास तरह की गोल टोपी और पोशाक में हैं. दरअसल पिछले 2000 सालों से पोप फ्रांसिस (Pope Francis) की पूरी पोशाक खास रही है. हालांकि अवसरों के लिहाज ये पोशाक बदलती भी है. क्‍या आप जानते हैं कि पोप फ्रांसिस (Pope Francis) ऊपर से लेकर नीचे तक क्या पहनते हैं.
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) की पोप के साथ हुई मुलाकात में बाद भारत में भी पोप फ्रांसिस (Pope Francis) के खूब चर्चे हैं. पीएम मोदी ने पोप को भारत आने का न्योता दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. पोप, दुनिया के कैथोलिक चर्च के प्रमुख होते हैं. पोशाक और पहनावे से उनको कहीं भी पहचाना जा सकता है. आइए आज हम पोप की पोशाक और उनके पहनावे के बारे में बात करते हैं.



द पपल रैगलिया (The papal regalia)
पोप की पोशाक को आधिकारिक तौर पर “द पपल रैगलिया” कहा जाता है. इन तीन शब्दों से उनकी पूरी पोशाक परिभाषित होती है. पोप की पोशाक की यह पर परंपरा करीब 2000 साल पुरानी है. पोप की तरह कैथोलिक समुदाय में दूसरा कोई धर्मगुरु पोशाक नहीं पहनता है. इस पूरी पोशाक में सात हिस्से हैं. इन सभी को मिलाकर ही “द पपल रैगलिया” बनता है.

मित्रे (Mitre)
पोप के सिर पर मुकुटनुमा इस वस्तु को “मित्रे” कहा जाता है. जब कोई व्यक्ति पोप नियुक्त होता है तो उनको यही ताज पहनाया जाता है. दुनिया में केवल पोप ही इस ताज को धारण करते हैं. हालांकि पोप के साथ कार्डिल्स और बिशप को ऐसा ताज पहनने की अनुमति है. “मित्रे” को खूबसूरत तरीके से सजाया गया रहता है. मित्रे पोप की सत्ता और उनके प्रभाव को दर्शाता है.

स्टोल (Stole)
स्टोल एक चार इंच चौड़ा और 80 इंच लंबा कपड़ा होता है. इस पर क्रिश्चन धर्म के प्रतीक बने होते हैं. क्रास का निशान प्रमुखता से बना रहता है. इस कपड़े पर खूबसूरत काम किए गए होते हैं. आमतौर पर यह कपड़ा सिल्क का बना होता है.

कैस्सॉक (Cassock)
पोप हमेशा इस पोशाक को पहनते हैं. यह घुटने के नीचे तक एक पोशाक है. समय के साथ Cassock की स्टाइल बदलती रही है, लेकिन यह अब भी पोप की सबसे अहम पोशाक में शामिल है. पोप उस वक्त Cassock पहनते हैं जब वह कोई धार्मिक कार्य नहीं करते. यह उनकी दैनिक पोशाक है. इसी पोशाक में वह भाषण देते हैं. इसी पोशाक में वह रहते हैं. पोप के Cassock का रंग सफेद होता है.

जुचेट्टो (Zucchetto)
सिर ढकने के लिए टोपी नुमा यह पोशाक जुचेट्टो कही जाती है. कैथोलिक समुदाय में जुचेट्टो के रंग से पता चलता है कि धर्मगुरु का रैंक क्या है. उच्च रैंक वाले धर्मुगुरुओं के सामने नीचे के रैंक वाले धर्मगुरुओं को अपनी जुचेट्टो हटानी पड़ती है. यह आम तौर पर सिल्का के कपड़े से बनती है. इसमें कपड़े के आठ टुकड़े को जोड़कर गोल बनाया जाता है.

पल्लियम (Pallium)
स्टोल की तरह की इस पोशाक को पल्लियम कहा जाता है. इसे बिल्कुल अलग तरीके पहना जाता है. इसके गले में लपेटा जाता है. इसका एक हिस्सा पीठ की तरफ और दूसरा हिस्सा आगे सीने से लटका होता है. इसकी चौड़ाई करीब दो इंच की होती है.

मोजेटा (Mozzetta)
यह आमतौर पर स्टोल से जुड़ा रहता है. पोप की पोशाक का यह एक सबसे अहम हिस्सा है. यह कुहनी तक पहना जाता है. इसे आमतौर पर सामूहिक प्रार्थना सभा में पोप पहनते हैं. मौसम के अनुसार इसके रंग चुने जाते हैं. ये पांच रंगों में आता है.

पपल जूते (Papal Shoes)
पोप जो लाल रंग के लेदर के जूते पहनते हैं उन्हें पपल शू कहा जाता है. ये जूते लाल मोरोक्को लेदर (Morocco leather) से बने होते हैं और उन पर गोल्ड का काम किया गया होता है. जूते पर सोने का क्रास बनाया गया होता है.

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