आज है गीतकार-शायर अंजान का जन्मदिन
कवि, शायर, गीतकार अंजान को अस्थमा की बीमारी के चलते मुंबई आना पड़ा, कुछ संघर्षों के बाद वे फिल्मी दुनिया में पैर जमाने में तो वे सफल हो गए लेकिन बनारस को भुल नहीं पाए…जब मौका आया तो सुपर हिट गीत लिख दिया… खइके पान बनारस वाला…।
अंजान का जन्म आज ही के दिन 28 अक्टूबर 1930 को बनारस शहर के पास ओदार गांव मे हुआ था एक दिन उन्हें इस बीमारी की वजह से ही बनारस को छोड़कर मुंबई जाना पड़ा था। मुकेश ने उन्हें डायरेक्टर प्रेमनाथ से मिलवाया और उनकी फिल्म में अंजान ने गीत लिखे। करीब 300 फिल्मों में 1500 गीत अंजान ने लिखे थे। 13 सितंबर 1997 को 66 वर्ष की उम्र में गीतकार अंजान इस दुनिया को अलविदा कह गए।
यह है यादगार गीत…
डॉन, मुकद्दर का सिकंदर, शराबी, नमक हलाल और याराना जैसी फिल्में गीतों के कारण हिट हुई। मुझे नौ लखा मंगा दे रे, तेरे जैसा यार कहां, छू कर मेरे मन को, मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है, इंतहा हो गई इंतज़ार की और गोरी हैं कलाईयां तू ला दे मुझे हरी हरी-हरी चूडिय़ां जैसे गीत अंजान ने लिखे ।