ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने केंद्र सरकार (Central government) से वक्फ संशोधन बिल (Wakf Amendment Bill) वापस लेने की मांग की है और कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं और बिल संसद (Parliament) से पारित किया गया तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। बोर्ड के प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल इलियास ने मंगलवार को कहा कि AIMPLB ने वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ 17 मार्च को जंतर-मंतर पर धरने का आयोजन किया है, जिसमें विभिन्न मुस्लिम संगठनों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ ही विपक्ष के कई सांसदों को आमंत्रित किया गया है। बोर्ड के प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल इलियास ने संवाददाताओं को बताया कि इस धरने में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और जनता दल (यू) जैसे भाजपा के सहयोगी दलों को न्योता नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति में उसकी सहयोगी पार्टियां भी साथ दे रही हैं।’’
2. गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के दो मुस्लिम संगठनों पर लगाया 5 साल के लिए प्रतिबंध, लगे गंभीर आरोप
केंद्र सरकार (Central government) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के 2 मुस्लिम संगठनों (Muslim organizations) के खिलाफ बड़ा ऐक्शन लिया है। प्रभावशाली धार्मिक नेता मिरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले अवामी एक्शन कमेटी (AAC) और शिया नेता मसरूर अब्बास अंसारी के नेतृत्व वाले जम्मू-कश्मीर इत्तेहादुल मुस्लिमीन (JKIM) पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इन संगठनों पर देश-विरोधी गतिविधियों, आतंकवाद का समर्थन करने और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप है। फारूक अलगाववादी संगठन ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष हैं। वह कश्मीर में सबसे बड़ी और प्रभावशाली श्रीनगर की जामिया मस्जिद के मुख्य धार्मिक नेता भी हैं, जहां वे धार्मिक उपदेश देते हैं। अंसारी भी ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सीनियर मेंबर और कश्मीर के शिया नेता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को मॉरीशस सरकार (Mauritius Government) ने अपना सबसे बड़ा नागरिक सम्मान (Highest civilian honour.) ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ (The Grand Commander of the Order of the Star and Key of the Indian Ocean’) से नवाजा है। पीएम मोदी इस प्रतिष्ठित सम्मान को पाने वाले पहले भारतीय बने हैं। गौरतलब है कि यह पीएम मोदी को किसी देश द्वारा दिया गया 21वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। इस सम्मान को स्वीकार करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मैं इसे विनम्रता से स्वीकार करता हूं। यह सम्मान भारत और मॉरीशस के गहरे रिश्तों का सम्मान है। यह उन भारतीयों का भी सम्मान है, जिन्होंने पीढ़ी-दर-पीढ़ी इस धरती की सेवा की और इसे ऊंचाइयों तक पहुंचाया। मैं मॉरीशस की जनता और सरकार का तहेदिल से आभार व्यक्त करता हूं।”
अमेरिका (America) ने आरोप लगाया है कि भारत की नीतियों (India’s policies) के कारण निर्यात (Exports encouraged) को प्रोत्साहित करने में अड़चनें आ सकती हैं। व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट (Press Secretary Carolyn Levitt) ने टैरिफ की दरों का जिक्र कर कहा कि भारत अमेरिकी शराब पर 150 फीसदी टैरिफ लगाता है। उन्होंने पूछा, ‘क्या आपको लगता है कि इससे केंटकी बॉर्बन को भारत में निर्यात करने में मदद मिलेगी? मुझे ऐसा नहीं लगता।’ लेविट ने कहा, ‘भारत कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाता है। जापान चावल पर 700 फीसदी टैरिफ लगाता है।’ व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में देश की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘ट्रंप पारस्परिकता में विश्वास करते हैं और अब समय आ गया है कि हमारे पास एक ऐसा राष्ट्रपति हो जो वास्तव में अमेरिकी व्यवसायों और श्रमिकों के हितों का ध्यान रखे।’
5. तेलंगाना हादसा: 19वें दिन भी ऑपरेशन जारी, फंसे हुए हैं सात लोग
तेलंगाना (तेलंगाना ) में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल परियोजना की आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग में फंसे सात लोगों की तलाश जारी है. हादसे को 19 दिन हो गए हैं. एसएलबीसी परियोजना सुरंग में 22 फरवरी को हुए हादसे में इंजीनियर और मजदूरों समेत आठ लोग फंस गए थे. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, भारतीय सेना, नौसेना तथा अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ उन्हें निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. खबर के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए नए प्रयास के तहत एनडीआरएफ, सरकारी खनन कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज, खनिकों और अन्य एजेंसियों के कर्मी बुधवार सुबह उपकरण लेकर सुंरग में घुसे.
6. भारत और मॉरीशस के बीच अहम समझौते, PM मोदी ने ग्लोबल साउथ के लिए पेश किया नया दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम (Prime Minister of Mauritius Navinchandra Ramgoolam) ने बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इसके बाद दोनों की मौजूदगी में भारत और मॉरीशस के बीच अहम समझौते भी किए गए। दोनों देशों ने आज 8 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान दोनों नोताओं ने संयुक्त बयान भी जारी किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मॉरीशस हमारा एक अहम साझेदार है। सभी के लिए सुरक्षा और विकास- ‘सागर’ की परिकल्पना की नींव 10 साल पहले मॉरीशस में रखी गई थी। ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए हमारा दृष्टिकोण ‘महासागर’ यानी सभी क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति होगा। हमारा दृष्टिकोण विकास के लिए व्यापार, उन्नति के वास्ते दक्षता विकास और साझा भविष्य के लिए आपसी सुरक्षा पर केंद्रित है। ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
7. अब खुलेंगे ब्रह्मांड के राज! नासा ने लॉन्च की अंतरिक्ष दूरबीन, जो पूरे अंतरिक्ष को देख सकेगी
ब्रह्मांड (Universe) की उत्पति हमेशा से ही एक बड़ा रहस्य रही है, जिसे समझने की कोशिश वैज्ञानिक सदियों से करते आ रहे हैं, लेकिन विज्ञान की इतनी उन्नति के बावजूद अभी तक अंतरिक्ष रहस्य बना हुआ है। हालांकि अब ऐसा लग रहा है कि ब्रह्मांड के रहस्यों से पर्दा उठ सकता है। दरअसल नासा ने एक अंतरिक्ष दूरबीन लॉन्च की है। इस अंतरिक्ष दूरबीन की खासियत ये है कि इससे पूरे अंतरिक्ष और उसमें मौजूद लाखों आकाशगंगाओं को देखा जा सकेगा। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हो सका था। एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने नासा की अंतरिक्ष दूरबीन स्फेरेक्स ऑब्जर्वेटरी को कैलिफोर्निया से लॉन्च किया। यह अंतरिक्ष दूरबीन पृथ्वी के ध्रुवों के ऊपर उड़ान भरेगी। इस स्पेस टेलीस्कोप के साथ चार सूटकेस के आकार के सैटेलाइट भी भेज गए हैं। ये सैटेलाइट सूर्य का अध्ययन करेंगे। 4.8 करोड़ डॉलर के इस स्पेस मिशन का उद्देश्य ये समझना है कि कैसे अरबों वर्षों में आकाशगंगाओं का निर्माण हुआ और अंतरिक्ष का इतना अनंत विस्तार कैसे हुआ। स्फेरेक्स ऑब्जर्वेटरी सितारों के बीच मौजूद बादलों में पानी और जीवन के अन्य कारकों का भी पता लगाएगी। ये भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि सौर प्रणाली कैसे विकसित हुई। साफ है कि नासा के इस मिशन से ब्रह्मांड की उत्पत्ति के कई राज खुल सकते हैं। यही वजह है कि इस पर पूरी दुनिया की नजरें हैं।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) विधानसभा में मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार की ओर से आज बुधवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट (Budget) पेश किया गया। सरकार के वित्त मंत्री (Finance Minister) जगदीश देवड़ा (Jagdish Devda) ने 4 लाख 21 हजार 32 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। यह अब तक का सबसे बड़ा बजट है। वित्त मंत्री देवड़ा ने बजट भाषण की शुरुआत कविता से की। उन्होंने कहा- यही जुनून, यही एक ख्वाब मेरा है, वहां चिराग जला दूं जहां अंधेरा है…जनता और जनप्रतिनिधियों की बेशुमार फरमाइशें हैं, कर सकें हम सब पूरी, ये हमारी कोशिशें हैं। आगे उन्होंने कहा कि हमने वर्ष 2025-26 का बजट जोरी बेस्ट बेस्ड प्रक्रिया से तय किया है। सरकार का लक्ष्य विकसित मध्य प्रदेश है। सरकार की ओर से काई नया टैक्स नहीं लगाया गया है। टैक्स की सभी प्रक्रिया को पहले जैसा ही रखा गया है। 2025-26 के बजट में प्रदेशवासियों के लिए यह सबसे बड़ी राहत है।
9. जम्मू-कश्मीर में मिला पाकिस्तानी गुब्बारा, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के सांबा जिले के घगवाल सेक्टर में बुधवार (12 मार्च) सुबह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक संदिग्ध गुब्बारा मिलने से हड़कंप मच गया. अधिकारियों के अनुसार ये गुब्बारा पलौना गांव में खेतों में पड़ा मिला जिस पर पाकिस्तान का नाम और झंडा अंकित था. खेत में काम कर रही एक महिला ने इसे देखा और तुरंत स्थानीय लोगों और घगवाल पुलिस चौकी को जानकीर दी. पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर गुब्बारे को जब्त कर लिया और जांच शुरू कर दी. इस तरह की घटनाओं को सुरक्षा एजेंसियां गंभीरता से ले रही हैं क्योंकि पहले भी सीमावर्ती इलाकों में इस तरह के गुब्बारे मिल चुके हैं. सुरक्षा एजेंसियां अब ये जांच कर रही हैं कि यह गुब्बारा कहां से आया और इसके पीछे किसी तरह की साजिश तो नहीं है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से आतंकवादी संगठन जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. बीते कुछ सालों में देखा गया है कि आतंकी संगठन हथियार, गोला-बारूद, ड्रग्स और नकदी की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इस तरह के गुब्बारे भी किसी मनोवैज्ञानिक रणनीति या भ्रामक गतिविधि का हिस्सा हो सकते हैं जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बनाया जा सके.
10. BLA ने ऑडियो जारी कर बताया क्यों हाईजैक की ट्रेन, सेना पर लगाए गंभीर आरोप
पाकिस्तान (Pakistan) में बलोच लिबरेशन आर्मी (Baloch Liberation Army) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन (Jaffar Express Train) को हाईजैक कर लिया है. बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) का दावा है कि उनके पास 200 से ज्यादा पाकिस्तानी लोग बंधक हैं. 28 घंटे बीत जाने के बाद भी पाकिस्तानी सेना कुछ नहीं कर पाई है. बीएलए ने ऑडियो जारी किया है, जिसमें पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. पाकिस्तान रेलवे ने 200 से ज्यादा ताबूत बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा भेजे हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है. बलोच लिबरेशन आर्मी ने ट्रेन हाईजैक के पीछे की वजह बताई है. एक ऑडियो संदेश में बलोच फिदायीन ने कहा, ‘पाकिस्तान सेना के अत्याचार और बलूचिस्तान प्रांत के संसाधनों के शोषण ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर किया. दशकों से पाकिस्तानी सेना द्वारा शोषण किया जा रहा है. हम जो युद्ध लड़ रहे हैं वो न्याय और अस्तित्व की लड़ाई है. यह युद्ध बलूचिस्तान के माताओं और बहनों के लिए है. मातृभूमि के लिए अपना खून बहा रहे हैं.’
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