बड़ी खबर

6 दिसंबर की 10 बड़ी खबरें

1. छत्तीसगढ़ में ओबीसी नेता को बनाया जा सकता है मुख्यमंत्री, दो डिप्टी CM बनाये जाने की भी संभावना

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में मुख्यमंत्री के पद (Chief Minister’s post) को लेकर एक अनार सौ बीमार जैसी स्थिति बनी हुई है। मध्यप्रदेश की जीत में शिवराज सिंह चौहान ‘क्रेडिट’ ले रहे हैं। जबकि राजस्थान में वसुंधरा राजे विधायकों की बैठक कर हाईकमान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में तस्वीर लगभग साफ नजर आ रही है। कहने को तो पूर्व सीएम रमन सिंह (Raman Singh) सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, लेकिन अब मुख्यमंत्री की दावेदारी में रमन सिंह से आगे अरुण साव, विष्णुदेव साय और केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह का नाम लिया जा रहा है। इन नेताओं के अलावा जिन नेताओं को मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल माना जा रहा है, इनमें विजय बघेल, बृजमोहन अग्रवाल, लता उसेंडी और ओपी चौधरी के नाम भी है। अगर ये नेता सीएम नहीं बन पाए तो डिप्टी सीएम की कुर्सी पर दावेदारी तो रहेगी ही। नाम न छापने के अनुरोध पर भाजपा के एक वरिष्ठ सांसद ने बताया कि, भाजपा ने पूरे चुनाव में ओबीसी के साथ आदिवासी वोटों को साधने का काम किया।

2. I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में शामिल होंगे CM नीतीश कुमार, बोले- हमलोग एकजुट हैं

इस वक्त बिहार की राजधानी पटना (Patna, the capital of Bihar) से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने इंडिया गठबंधन की बैठक में नहीं शामिल होने की खबरों के बीच बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कहा कि वह इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होंगे. बैठक में नहीं जाने का सवाल ही नहीं है. मैं तो गठबंधन के लोगों से कहना चाहता हूं कि जल्द से जल्द सारी बाते फ़ाइनल हो जाए तब ठीक रहेगा. अब समय नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हूं. वहीं नीतीश कुमार ने बताया कि 10 दिसंबर को पटना में होने वाली पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भी वह शामिल होंगे. बता दें, इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. वहीं नीतीश कुमार ने चुनाव परिणाम को लेकर कहा कि चुनाव में हार-जीत लगी रहती है. कांग्रेस को भी अच्छा वोट मिला है. नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य के हित में अपना काम करता रहता हूं. हमलोग पूरी तरह से एकजुट हैं. 100 डिग्री से कम बुखार था. खांसी और जुकाम था, जानबूझकर पांच दिन घर में थे. तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से ही बैठक में नहीं जाने वाला था. वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि ये लोग देश में जाति आधारित गणना कराते तो कितना फायदा होता. विशेष राज्य का दर्जा मिल जाय तो कितना बिहार का विकास होता. बिहार एक पौराणिक धरती है, विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो काफी अच्छा होगा.

3. कमलनाथ ने मल्लिकार्जुन खरगे से की मुलाकात, मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख पद छोड़ने की संभावना

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव (assembly elections) 2023 के नतीजों के बाद कांग्रेस (Congress) पार्टी में हलचल तेज हो गई है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मिली करारी हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) ने मंगलवार (05 दिसंबर) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) से दिल्ली में मुलाकात की. चर्चा है कि वो प्रदेश अध्यक्ष (State President) के अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंगलवार को नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात के बाद कमलनाथ को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा, कांग्रेस नेतृत्व सीट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित इंडिया गठबंधन के कई नेताओं के खिलाफ कमलनाथ की टिप्पणियों से भी नाराज है.


4. विधानसभा चुनाव जीतकर आए बीजेपी के 10 सांसदों ने दिया इस्तीफा, PM मोदी के साथ हुई थी बैठक

हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (assembly elections) 2023 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पूर्ण बहुमत हासिल किया है. इन राज्यों में पार्टी ने सांसदों (MP) को मैदान में उतारा था. जो सांसद विधानसभा चुनाव जीत गए उनमें से 10 सांसदों ने आज बुधवार (06 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात करने के बाद अपना-अपना इस्तीफा (resign) दे दिया. इन सांसदों में मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक, छत्तीसगढ़ से अरुण साव और गोमती साई और राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीना शामिल हैं.

5. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को सीएम बना सकती है बीजेपी

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी (BJP) की जीत के बाद मुख्यमंत्री (Chief Minister) पद को लेकर मंथन जारी है. इस बीच सूत्रों ने बताया कि बीजेपी नए चेहरों को मुख्यमंत्री बना सकती है. सूत्रों ने कहा कि तीनों राज्यों में गैर विधायक (Non MLA in all three states) को भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. विधानसभा चुनाव (assembly elections) में बीजेपी ने मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा नहीं की थी. पार्टी ने राजस्थान (Rajasthan) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कांग्रेस (Congress) को हराकर जीत हासिल की है. वहीं मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पहले से ही शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार है. मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देती है, हम उसे पूरा करते हैं. पिछले दिनों उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, ”मैं मानता हूं कि अपने बारे में जो सोचता है वो अच्छा कार्यकर्ता नहीं है. कार्यकर्ता के नाते, जो भी काम दिया जाए…दरी बिछाने से लेकर सफाई करने से लेकर सरकार चलाने तक का कोई भी काम हो हम करते हैं और करेंगे.”

6. अमित शाह का लोकसभा में कांग्रेस पर बड़ा हमला, ‘नेहरू की गलतियों के कारण PoK बना’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने लोकसभा (Lok Sabha) में कांग्रेस (congress) पर बड़ा हमला किया. उन्होंने कहा कि नेहरू (Nehru) की गलतियों के कारण PoK बना है. अमित शाह ने कहा, ”दो बड़ी गलतियों पंडित नेहरू के प्रधानमंत्री (Prime Minister) रहते हुए हुई, उनके कारण सालों तक कश्मीर को भुगतना पड़ा. जब हमारी सेना जीत रही थी, तब पंजाब का एरिया आते ही सीजफायर कर दिया गया और पाकिस्तान (Pakistan) अधिकृत कश्मीर (PoK) का जन्म हुआ.” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2023 पर चर्चा के दौरान कहा, ”अगर सीजफायर तीन दिनों की देरी से हुई होती तो, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत का आज हिस्सा होता. संयुक्त राष्ट्र में हमारे मसले को ले जाया गया, जो एक बड़ी गलती है.” अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई और सदन में जमकर हंगामा हुआ.


7.Ram Mandir News: राम मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार, भगवान श्रीराम की बाल रूप की प्रतिमाएं भी 90 प्रतिशत बनीं

अयोध्या में राम मंदिर (Ram temple in Ayodhya) निर्माण का कार्य अपने आखिरी दौर पर है। 22 जनवरी 2024 (22 January 2024)को रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त भी निकल आया है। इस पर श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने कहा कि राम मंदिर का ग्राउंड फ्लोर लगभग तैयार है। राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम (lord ram) के 5 वर्षीय बाल रूप की पत्थर की खड़ी प्रतिमा 4 फीट 3 इंज का निर्माण अयोध्या के 3 तीन स्थानों पर किया जा रहा है। तीन कारीगर इसे तीन अलग-अलग पत्थरों में बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये प्रतिमाएं करीब 90 प्रतिशत तैयार हैं, एक सप्ताह का फिनिशिंग का काम बाकी है। मूर्ति को भूतल पर गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। मंदिर का ग्राउंड फ्लोर लगभग तैयार हो चुका है इसलिए प्राण-प्रतिष्ठा में कोई समस्या नहीं होगी। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कम से कम 4000 संतों को आमंत्रित किया जा रहा है। सूची तैयार है और कोशिश की जा रही है कि 50 देशों से एक-एक प्रतिनिधि भी जरूर आएं।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Kerala Governor Arif Mohammed Khan) ने बुधवार को कहा कि वह राज्य सरकार से ‘सलाह लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनके दबाव के लिए नहीं।’ गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने यह बात मान ली है कि कन्नूर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के रूप में गोपीनाथ रवींद्रन की पुनर्नियुक्ति के संबंध में वह राज्य सरकार के दबाव में आ गए थे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने गोपीनाथ की पुनर्नियुक्ति रद्द कर दी थी। गवर्नर ने कहा कि वह सरकार के दबाव के आगे सिर्फ इसलिए झुके कि पुनर्नियुक्ति के संबंध में राज्य के शीर्ष विधि अधिकारी, महाधिवक्ता (AG) की कानूनी राय थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने मीडिया के सामने कहा है कि मैंने जो किया वह गलत था। लेकिन, मैं उस दबाव के आगे झुक गया क्योंकि महाधिवक्ता की एक कानूनी राय थी। वर्ना राजनीतिक दबाव का मैं विरोध करता। अगर मुझे किसी चीज की वैधता के बारे में कोई भ्रम है, तो मैं किसके पास जाऊंगा? महाधिवक्ता के पास, क्योंकि वह राज्य में शीर्ष विधि अधिकारी हैं।’


9. क्या सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्याकांड का है पाकिस्तानी कनेक्शन? NIA कर सकती है जांच

राजस्थान में विधानसभा चुनावों के परिणाम (Results of assembly elections in Rajasthan) आने के तुरंत बाद श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President of Rashtriya Rajput Karni Sena) सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इस मर्डर केस में पाकिस्तानी कनेक्शन (Pakistani connection) भी सामने आ रहा है. दावा किया जा रहा है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पाकिस्तान ने कराई (Gogamedi was murdered by Pakistan) है. उनको पाकिस्तान से लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही थी. इस संबंध में उन्होंने राजस्थान पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी. श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराने के बाद से ही वो पाकिस्तानी आतंकियों की आंख के किरकिरी बने हुए थे. जानकारी के मुताबिक, 15 अगस्त 2018 को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने करणी सेना के लोगों के साथ जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराया था. इसके बाद से ही उनको धमकियां मिल रही थीं. करणी सेना के एक नेता सुरेंद्र सिंह के मुताबिक, ”सुखदेव सिंह दादा को पाकिस्तान से जान से मारने की धमकी मिली थी. उन्होंने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा झंडा फराया था. उसके बाद से ही वो पाकिस्तानी आतंकियों के निशाने पर थे. वो हिंदू हृदय सम्राट बन चुके थे. पिछले साल करणी सेना के सभी पदाधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दादा के लिए पुलिस सुरक्षा की गुहार लगाई थी. हमने गहलोत सरकार से उनके लिए पर्याप्त सुरक्षा की मांग की थी.”

10. कल होगा गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार, करणी सेना ने खत्म किया आंदोलन, प्रशासन ने मानी ये मांगें

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड (Sukhdev Singh Gogamedi murder case) को लेकर जयपुर (Jaipur) में चल रहा प्रदर्शन अब खत्म हो गया है. प्रदर्शनकारियों (protesters) का दावा है कि प्रशासन ने उनकी मांगों को मान लिया है. अब शुक्रवार को गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार (Gogamedi’s last rites) किया जाएगा. बता दें कि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President of Rashtriya Rajput Karni Sena) सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी. मिलने के बहाने आए दो लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. हत्याकांड का सीसीटीवी भी सामने आया था, जिसमें हत्यारे ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हुए दिख रहे हैं. हत्याकांड के बाद जयपुर में अलग-अलग गुट प्रदर्शन में जुटे थे. कुछ गुट अभी भी प्रदर्शन पर बैठे हैं, हालांकि, कई नेता अब प्रशासन की बात मान गए हैं.

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