लाहौल स्पीति। हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) के लाहौल स्पीति ( Lahaul And Spiti ) में 25 डिग्री माइनस टेम्प्रेचर (25 Degree Minus Temperature) में 16450 फुट की उंचाई पर 35 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद बर्फबारी के दौरान बारालाचा ला दर्रे (Baralacha La Pass ) में फंस गए 244 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया (244 passengers saved safely) गया है. जिला प्रशासन ने इन लोगों के रहने और भोजन की व्यवस्था कराई गई है. असल में, लाहौल-स्पीति जिले में अचानक हुई भारी बर्फवारी से बारालाचा ला दर्रे में यात्री फंस गए थे. जिन्हें रेस्क्यू किया गया है.
जिले के उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए 20 अप्रैल को एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया था. करीब 35 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में जिला प्रशासन के साथ पुलिस और सीमा सडक संगठन 70 आरसीसी ग्रेफ के अधिकारी व जवान मौजूद थे. ऑपरेशन 22 अप्रैल को सुबह करीब तीन बजे तक चला. इस दौरान माइनस 25 डिग्री तापमान की हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी रेस्क्यू टीम लोगों की सुरक्षा के लिए लगातार जुटी रही. इस ऑपरेशन में 244 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. इस दौरान 147 लोगों को 20 अप्रैल को ही बारालाचा ला दर्रे से जिस्पा की ओर सुरक्षित निकाला गया. लेकिन भारी हिमपात, कमजोर दृश्यता और बर्फ पर फिसलन के कारण बचाव अभियान 20 व 21 अप्रैल के मध्य की रात्रि को सफल नही हो सकी.
21 व 22 अप्रैल के मध्य रात्रि तक चले इस अभियान में 22 अप्रैल की सुबह तीन बजे तक रात भर के ऑपरेशन के बाद 87 लोग जिनमें दो महिलाए और तीन बच्चे शामिल थे. उन्हें सुरक्षित जिंगजिंग बार डेट लाया गया. जिन्हें जिस्पा पहुंचाया गया है. इनमें से बारालाचा से सारचू की ओर को स्थिति दस वाहन चालकों ने प्रशासन के अनुरोध पर वापिस आने से इन्कार कर दिया, ट्रकों में ही रूकने का आग्रह किया गया. बता दें कि ये सभी यात्री जिनमें ट्रक ड्राइवर, कंडक्टर, कामगार, महिलायें और बच्चे शमिल हैं. ये सभी 20 अप्रैल दोपहर बाद से मनाली लेह हाइवे के अचानक बर्फवारी व गाडियों के ब्रेकडाउन के कारण रास्ते बंद होने से फंस गए थे.
लाहौल-स्पीति के उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि प्रशासन द्वारा सभी लोगों के लिए ठहरने, खाने, प्राथमिक चिकित्सा सहित सभी आवश्यक चीजों की व्यवस्था की गई है. साथ ही सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट कर पॉजिटिव लोगों को कोविड केयर सेन्टर में भेजा जा रहा है. Share: