नई दिल्ली । साल 2016 में बिटकॉइन (Bitcoin) की चमक फीकी पड़ने लगी थी. वजह की, दो साल पहले मार्केट में आई और क्रिप्टो करेंसी. इसका नाम था वनकॉइन (OneCoin). ये क्रिप्टो करेंसी बुल्गारिया की एक कंपनी लाई थी. इस कंपनी की मालकिन थी रुजा इग्नातोवा (Ruja Ignatova). जो बेहद खूबसूरत थी और खुद इस क्रिप्टो करेंसी की ब्रांड एम्बेसडर भी थी.
वनकॉइन मतलब बिटकॉइन का किलर
रुजा इग्नातोवा (Ruja Ignatova) ने पूरी दुनिया में घूम घूम कर कहा कि वनकॉइन भविष्य की करेंसी है. इसमें निवेश करना बेहद सुरक्षित है और सबसे ज्यादा फायदा देने वाली करेंसी भी यही है. यही नहीं, रुजा ने वनकॉइन को बिटकॉइन किलर करार दिया. मार्केट भी यही संकेत दे रहा था. वनकॉइन की कीमतें लगातार बढ़ रही थी और लोग उसमें जमकर पैसा लगा रहे थे.
बुल्गारिया में जन्मी थी रुजा
कुछ और बताने से पहले रुजा के बारे में बताना जरूरी है. रुजा इग्नातोवा (Ruja Ignatova) ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी से पीएचडी की. उन्होंने बताया कि पीएचडी के बाद उन्होंने मैकेंजी ऐंड कंपनी के साथ काम किया है. ये कंपनी दुनिया की जानी मानी बिजनेस कंसल्टिंग कंपनी है.
सिर्फ 3 साल में बटोरे लिये 12 बिलियन डॉलर
रुजा ने महज तीन सालों (2014-2016) के बीच दुनिया भर से करीब 12 बिलियन डॉलर बटोरे. उसे पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी क्वीन कहा जाने लगा था. बड़े बड़े मीडिया हाउस उसकी कामयाबी पर कवर स्टोरी करने लगे थे और तभी आया साल 2017.
दुनिया भर के निवेशक हुए बर्बाद
साल 2017 में रुजा ने कहा कि वो नई स्कीम ला रही है. फिर वो गायब हो गई. दुनिया भर के निवेशक बर्बाद हो गए. एफबीआई और एमआई5 जैसी एजेंसियां उसकी तलाश कर रही हैं. माना जा रहा है कि उसने आपनी प्लास्टिक सर्जरी करा ली और चेहरा बदल लिया. मौजूदा समय में उसकी उम्र 41 साल की होगी, लेकिन पिछले 4 साल से उसे किसी ने देखा नहीं. इस तरह से रुजा ने महज 3 सालों में 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का धन डकार लिया और रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई. वनकॉइन की गुत्थी सुलझाने में पूरी दुनिया की एजेंसियां नाकाम हैं.