- ओमिक्रोन संक्रमण की शुरुआत के साथ ही विदेशों में रहने वाले लोग शहर लौटने लगे थे-अभी भी रोजाना 2 से 3 व्यक्ति वतन वापसी कर रहे
उज्जैन। तीसरी लहर में शहर में पहला कोरोना का केस 8 दिसंबर को सामने आया था। इसके साथ ही विदेशों में रह रहे शहर के लोग भी वापस लौटने लग गए थे। उस दौरान भी दुनिया भर में ओमिक्रोन तेजी से फेल रहा था। इसी भय के चलते विदेश से लोग अभी भी शहर आ रहे हैं। शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच अब एक्टिव केस बढ़कर 1582 तक पहुँच गए हैं। पिछले दो दिनों से लगातार पॉजीटिव मरीजों का आंकड़ा 200 के पार आ रहा है। इसके चलते रेपिड रिस्पांस टीम बाजारों में सोशल डिस्टेंस के मामलों पर नजर रखने के साथ-साथ नए पॉजीटिव आ रहे लोगों के घरों तक कंटेनमेन झोन बनाने के अलावा विदेश से वापस आ रहे लोगों पर भी बराबर निगरानी रख रही है। आर.आर. टीम के प्रभारी डॉ. रौनक एलची ने बताया कि 8 दिसंबर से लेकर बीती शाम तक करीब 40 दिन की अवधि में विदेशों से 421 लोग शहर लौट चुके हैं।
विदेश से आ रहे लोगों की जानकारी आर.आर. टीम के पास इंदौर एयरपोर्ट से लगातार आ रही है। अभी भी 2 से 3 व्यक्ति विदेश से उज्जैन लौट रहे हैं। डॉ. रौनक ने बताया कि विदेश से शहर आ रहे लोगों की जानकारी मिलते ही तत्काल उनसे मोबाइल फोन तथा उनके घर पर जाकर संपर्क किया जा रहा है और उन्हें कोरोना गाईड लाईन के मुताबिक सेम्पल लेने के साथ-साथ निर्धारित अवधि में होम आईसोलेटेड किया जा रहा है। शुरुआत में विदेश से लौटने वालों की संख्या रोजाना 10 से 12 तक पहुँच गई थी, परंतु अब यह घटकर 2 या 3 तक रह गई है। जितने भी विदेश से लौटे हैं उनकी सेम्पलिंग कराई गई है तथा बराबर निगरानी में रखा जा रहा है।
नानाखेड़ा थाने की टेबलें बाहर आईं
उज्जैन। 10 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के संक्रमित आने के बाद एक बार फिर पुलिस विभाग में स्वास्थ्य की चिंता बढ़ गई है। हाट स्पाट बने नानाखेड़ा थाना क्षेत्र में रोज नए केस आ रहे हैं। नानाखेड़ा थाना पुलिस ने भी थाने के बाहर टेबल लगा ली है और वहीं कामकाज किया जा रहा है। मल्टी फ्लेक्स सिनेमाघर में भी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट देखे बगैर किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा।