टोक्यो। जापान (Japan) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोनावायरस (Corona virus) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron Variant) से संक्रमण के आठ और मामले सामने आने की पुष्टि(Eight more cases confirmed) की है, जिसके बाद देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है. सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नवंबर के अंत और इस महीने की शुरुआत के दौरान जापान आए आठ लोग वायरस से संक्रमित (Omicron Variant in Japan) मिले हैं. इससे पहले, 30 नवंबर को जापान में ओमीक्रॉन वेरिएंट (Japan Omicron Variant) का पहला केस सामने आया था.
मुख्य कैबिनेट सचिव सीजी किहारा (Chief Cabinet Secretary CG Kihara) ने कहा कि नए संक्रमितों में 30 साल की एक महिला और एक लड़का शामिल हैं. दोनों 28 नवंबर को नामिबिया (Namibia) से आए थे. इसी उड़ान में नामीबिया के राजनयिक भी जापान पहुंचे थे. वह भी संक्रमित पाए गए थे. यह जापान में ओमीक्रोन संक्रमण का पहला मामला था. जापान ने पिछले महीने सीमा नियंत्रण में ढील दी, क्योंकि उसने धीरे-धीरे सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों का विस्तार किया है. हालांकि, अब जापान ने एक बार फिर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. अब विदेश से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
अमेरिका, मोजाम्बिक और कांगो से आए थे संक्रमित यात्री
जापान परिवहन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों को जापान के लिए उड़ानों पर नई बुकिंग नहीं लेने को कहा. लेकिन इसके बाद जापान सरकार (Japan Government) की आलोचना की जाने लगी, फिर सरकार ने इन उपायों को वापस ले लिया और कहा कि ये बहुत सख्त थे. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, शुक्रवार को जिन छह लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की गई, वे इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिका, मोजाम्बिक और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य से आए थे. इस वजह से उन्हें तुरंत आइसोलेट कर दिया गया था. जापान ने अब नए वेरिएंट को लेकर क्वारंटीन की जरूरतों को बढ़ा दिया है.
दक्षिण कोरिया में कोरोना के मामलों में जबरदस्त इजाफा
दक्षिण कोरिया में कोरोना संक्रमण के नए मामले शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन 7,000 से अधिक दर्ज किये गये, जो कि महामारी की शुरुआत के बाद से मामलों में सबसे अधिक वृद्धि है. प्रधानमंत्री किम बू-क्यूम ने एक बैठक के दौरान कहा कि अगर देश जल्द ही वायरस के प्रसार को धीमा करने में विफल रहता है तो देश को असाधारण उपाय करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है. अधिकारियों ने देशभर के अस्पतालों को कोविड-19 उपचार के लिए संयुक्त रूप से 2,000 और बिस्तरों की व्यवस्था करने संबंधी प्रशासनिक आदेश जारी किए. अधिकारियों ने कहा कि चिकित्सा प्रतिक्रिया नीति में सुधार किया गया है ताकि ज्यादातर मामूली मामलों में इलाज घर पर किया जा सके.