
इन्दौर। संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष (Centenary Year) पर आज इन्दौर (Indore) की सरजमीं पर संघ ने इतिहास रचते हुए अलग-अलग 34 स्थानों से पथ संचलन (route movement) निकाला, जिसमें 2 लाख से अधिक लोग शामिल हुए। सुबह से शुरू हुए पथ संचलन कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग ने भागीदारी निभाई। इन्दौर में निकला पथ संचलन सरसंघ कार्यवाहक अरुण कुमार भी शामिल हुए। इसके साथ ही कई व्यापारिक, उद्योगपति और पेशेवर लोग भी संघ के पथ संचलन का हिस्सा बने। पथ संचलन के दौरान महिलाओं ने पथ संचालन में शामिल संघ कार्यकर्ताओं पर पुष्पवर्षा भी की।

संघ देशभर में अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसी कड़ी में संघ ने आज इंदौर में विशाल पथ संचलन की घोषणा की थी। संघ के पथ संचलन में हर उम्र के लोगों ने भाग लिया। संघ के इस पथ संचलन की तैयारियां कई दिनों से चल रही थी, लेकिन इस संचलन को उत्सव का रूप देने के लिए शहर की सडक़ों पर कल रात से ही रांगोलियां बनाकर संघ कार्यकर्ताओं के स्वागत की तैयारियां कर ली गई थी।

वैसे तो संघ के पथ संचनल का समय सुबह 9 बजे से था, लेकिन संघ के कार्यकर्ता सुबह 7 बजे से ही पथ संचलन के स्थलों पर एकत्रित होना शुरू हो गए। पथ संचलन पथ संचलन मार्ग को भगवा ध्वजों से सजाया गया था। पुष्पवर्षा के लिए महिलाओं ने विशेष तैयारी कर रखी थी। दो लाख से अधिक लोगों के पथ संचलन के बावजूद यातायात व्यवस्था न बिगड़े और आम लोगो को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसकी व्यापक तैयारी की गई थी। संघ ने आज के पथ संचलन के लिए एक लाख से अधिक नए गणवेश तैयार कराए थे।

स्वर्णिम हुआ संघ, कदमों की कदमताल…गजब के अनुशासन का अद्भुत नजारा

अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर स्वर्णिम हुए संघ ने आज अपने हजारों स्वयंसेवकों के साथ एक बार फिर गजब के अनुशासन और कदमताल का अद्भुत नजारा दिखाया। खाकी और सफेद रंगों का संयोजन एक अलग ही दृश्य पैदा कर रहा था। सडक़ें रंगोली से सजी हुई थीं। स्वयंसेवकों के मस्तक पर तिलक लगाए जा रहे थे। स्वयंसेवक देशप्रेम के नारे लगा रहे थे। ऐसा लग रहा था, मानो पूरा शहर दशहरे और दीपावली के दो महापर्वों के बीच राष्ट्रभक्ति, संस्कृति का उत्सव मना रहा है। शहर की हर गली, हर चौराहा, हर इलाका स्वयंसेवकों की मौजूदगी के साथ इस उत्सव में चार चांद लगा रहा था। संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढ़े चलो इस गीत के साथ आज शहर में एक साथ 34 स्थानों पर पथ संचलन निकले।

इस पथ संचलन की खासियत थी कि स्वयंसेवक एक दूसरे से कदमताल मिलाकर चल रहे थे। इनमें गजब का अनुशासन नजर आ रहा था। सुबह से लेकर शाम तक यह पथ संचलन शहर के विभिन्न इलाकों से निकले। संघ के जिलों के हिसाब से पथ संचलन निकलेंगे, जिनका समय अलग-अलग रहेगा। कुल 34 पथ संचलन निकलना है, जो सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3.30 बजे तक निकलेंगे। इनमें से 18 स्थानों से पथ संचलन आज सुबह के समय पर निकले, जबकि 16 स्थानों से पथ संचलन दोपहर 4 बजे निकाला जाएगा। पहला संचलन द्वारिका जिला से आदि शंकराचार्य नगर निर्भय गरबा स्थल विद्या पैलेस गेट के सामने छोटा बांगडदा से सुबह 9 बजे निकला। दूसरा संचलन सुबह 9 बजे ज्योतिबा फुले नगर स्कीम नंबर 155 पानी की टंकी के पास, केशव नगर महाराणा प्रताप खेल परिसर, वृंदावन कॉलोनी के आगे, दूसरे जिले का संचलन बद्रीनाथ जिला वीर सावरकर नगर बुधवारिया हाट रोड, चंद्रगुप्त नगर वैभवश्री गार्डन, एमआर10, विश्वकर्मा नगर स्टेडियम ग्राउंड नन्दानगर जनता क्वार्टर , जगन्नाथ जिला के भामाशाह नगर आदर्श शिशु विद्यालय के पास मैदान, बिचौली हप्सी रोड, बिजली नगर से शाम 4 बजे, छत्रसाल नगर गुजराती समाज विद्यालय, सत्यसांई चौराहा, बाम्बे अस्पताल के पास से 4 बजे, तिलक नगर चमेलीदेवी पार्क से सुबह साढ़े 9 बजे, समर्थ रामदास नगर जिला रामेश्वरम सुबह 9 बजे गौतम बुद्ध नगर बुद्ध नगर मैदान, गोपुर चौराहे के पास, सरदार पटेल नगर गुरुकुल स्कूल रंगवासा, वीर तेजाजी नगर एनडीपीएस स्कूल से निकलेंगे। आज दोपहर के सत्र में निकल जाने वाले पद संचलन के पश्चात बिचौली हैप्सी क्षेत्र में बौद्धिक भी होगा। इसमें संघ के राष्ट्रीय सहसरकार्यवाह अरुण कुमार द्वारा संबोधित किया जाएगा।

इस पथ संचलन के लिए संघ के स्वयंसेवकों में जोरदार उत्साह था। इसके साथ ही इस पद संचलन को देखने और उसका स्वागत करने के लिए नागरिकों में भी जोरदार उत्साह था। शहर में जिस भी स्थान से पथ संचलन निकाला तो उस पर संचालन के मार्ग पर समाज के सभी वर्गों द्वारा मंच लगाकर पुष्पवर्षा के माध्यम से राष्ट्रभक्ति के इस संचलन का स्वागत किया गया। इस बात पथ संचालन में संघ के स्वयंसेवकों के साथ ही समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल हुए।

300 से ज्यादा शाखाएं, तीन माह की तैयारियां…1800 मोहल्लों में पहुंचेंगे
संघ द्वारा यह निश्चित किया गया है कि आज 34 पथ संचलन के माध्यम से 170 किलोमीटर लंबे मार्ग को तय किया जाएगा। हर पथ संचलन में 5000 से ज्यादा स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। इस पद संचलन के लिए पिछले तीन माह से तैयारी की जा रही थी। संघ की इंदौर में संचालित 360 से ज्यादा शाखाओं के माध्यम से स्वयंसेवकों द्वारा कार्य किया जाता है। इस पथ संचलन की तैयारी के लिए संघ के स्वयंसेवक 360 बस्तियों के 1800 मोहल्ले तक पहुंचे हैं। इस बार पथ संचलन में 200 जाति और समाज के लोग एक साथ सहभागिता कर रहे हैं।
डेढ़ लाख स्वयंसेवक निकलेंगे
संघ के शताब्दी वर्ष के दौरान इस बार स्वयंसेवकों की संख्या देखने लायक होगी। आज डेढ़ लाख स्वयंसेवक कदमताल करते हुए सडक़ों पर निकलेंगे। सभी स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में रहेंगे।
एक संचलन के साथ एक घोष दल
प्रत्येक संचलन के साथ घोष दल भी रहेगा। एक संचलन का मार्ग लगभग 3 से 4 किमी का रहेगा। इस प्रकार पथ संचलन महानगर के अलग-अलग स्थानों पर कुल 170 किमी मार्ग से होकर निकलेगा।
आवाज आई… चलो चले
आज निकल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पथ संचलन को लेकर इंदौर में जबरदस्त उत्साह देखा गया। सुबह से ही घर-घर, गली-मोहल्लों से शहर के पांच प्रमुख स्थानों पर स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण बड़े उत्साह और जोश खरोश के साथ देशप्रेम की भावना से जोड़ते हुए नजर आ रहा था। हर कहीं आवाज आ रही थी. ओ भाई साहब चलो चलें आज पथ संचलन है।
एक आवाज पर चश्मे उतार दिए स्वयंसेवकों ने
पथ संचलन में कई स्वयंसेवक रंग-बिरंगे चश्मे पहनकर आए, लेकिन जैसे ही मंच पर उद्घोष हुआ… एक आवाज पर सभी ने अपने चश्मे जेब में रख लिए। पूरे पथ संचलन के दौरान जहां अनुशासन नजर आया, वहीं स्वदेशी परिवार प्रबोधन समरसता, पर्यावरण का संदेश दिया गया। इस दौरान बांसुरी वादन मन को मोहता रहा, वहीं स्वयंसेवकों ने आसन और योग भी किया।
संघ का उत्सव पूरे शहर में नजर आया, स्वयंसेवकों ने रंगोलियां सजाईं
संघ के पथ संचलन का उत्सव पूरे शहर में नजर आया। एरोड्रम, तिलकपथ चौराहा, जेलरोड, चिमनबाग मैदान, एमआर-9, विजयनगर, परदेशीपुरा, क्लर्क कालोनी, अटल द्वार सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आकर्षक रंगोली सजाई गई, जिसमें संघ के शताब्दी वर्ष का उल्लेख किया गया।
संचलन से पूर्व योगाभ्यास भी कराया गया, जिसमें 8 मुद्राओं में नजर आए। एक ही स्थान पर खड़े खड़े स्वयंसेवकों ने योग साधना की। इस व्यायाम से पहले तखत पर खड़े स्वयंसेवकों ने उन्हें यह योगक्रिया पूर्व अभ्यास के रूप में करवाई। इसके बाद सभी ने इस अभ्यास को दोहराया। संतुलन स्थल पर पर्यावरण गतिविधियों को लेकर प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें पंच परिवर्तन एवं पर्यावरण गतिविधियों को लेकर प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें पेड़, पानी और पॉलिथीन को दर्शाया गया। पेड़ लगाना है, पानी बचना है, पॉलीथिन हटाना है यह तीन प्रमुख आयामों को आमजन तक पहुंचाने के लिए चित्र के माध्यम से समझाइश दी गई है। पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षण करने के लिए एक ऐप मित्रम बनाया गया है, जिसके द्वारा सभी शहर एवं देशवासियों को जोड़ा जा रहा है, जिसमें पेड़ लगाने के साथ पर्यावरण को संरक्षण करने की विधि बताई गई है।
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