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एक दूल्हे ने दो दुल्हन संग लिए सात फेरे, परिजनों और ग्रामीणों ने बरसाए फूल

आनंदपुरी: बांसवाड़ा जिले के आनंदपुरी उपखंड की ग्राम पंचायत आमलिया आंबादरा में गुरुवार रात एक दूल्हे ने दो दुल्हनों के साथ सात फेरे लिए। आम्बादरा निवासी नरेश पुत्र हरदार पारगी ने गुरुवार रात्रि को रेखा पुत्री शंकरलाल गांव खंडोरा एवं अनिता पुत्री अमरु डामोर के साथ सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार विवाह रचाया।

दूल्हे नरेश ने बताया कि वर्ष 2013 में रेखा के साथ पहले प्रेम प्रसंग हुआ। वह रेखा को नातरा कर यानी बिना शादी किए घर ले आया। इसके बाद अनिता से वर्ष 2018 में प्रेम प्रसंग हुआ, जिसे भी घर ले आया। आर्थिक स्थिति कमजोर होने से शादी नहीं कर सका। इस कारण सामाजिक रीति-रिवाज शेष थे। गुरुवार रात धूमधाम से ढोल-नगाड़ों के साथ शादी हुई। इस अनोखी शादी को देखने क्षेत्रभर से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। हर किसी ने इस शादी का वीडियो अपने मोबाइल कैमरे में क़ैद किया।



दूल्हे और दोनों दुल्हनों ने अपनी मर्जी से शादी की जानकारी देते हुए प्रसन्नता जताई। दुल्हन रेखा ने बताया कि प्रेम प्रसंग के बाद से वह नरेश के घर रह रही है। नरेश के परिवार ने भी कबूल लिया। एक बेटी का जन्म हुआ, जो अब 6 साल की है। दो महीने पहले एक बेटे का जन्म हुआ। दुल्हन अनिता ने बताया कि वर्ष 2018 में नरेश के साथ प्रेम प्रसंग हुआ। नरेश के पहले भी एक पत्नी होने के बाद भी स्वीकार कर उसके साथ घर रही। नरेश ने गुजरात में मजदूरी कर कुछ पैसा जोड़कर सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार शादी करनी चाही।

निमंत्रण पत्रिका परिजनों व परिचितों में वितरित की गई। इसमें दूल्हे के साथ दोनों दुल्हन का नाम लिखा गया। गुरुवार सुबह नोतरे का कार्यक्रम रखा और रात करीब 11 बजे सामाजिक रीति रिवाजों के अनुसार दोनों दुल्हनों को फूल माला पहनाकर दूल्हे ने सात फेरे लिए।सरपंच तुलसी देवी ने बताया कि आदिवासी समाज में एक युवक के दो पत्नियां रखना सामान्य आम बात है। यह प्रथा आदिवासी क्षेत्र में सालों से चली आ रही है। कई लोग दो पत्नियां रखते हैं। नरेश के विवाह में हम परिवारजन भी सम्मिलित हुए।

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