एटक एसईसीएल के महासचिव एवं एसईसीएल (AITUC SECL Secretary General and SECL) संचालन समिति के सदस्य कामरेड हरिद्वार सिंह के नेतृत्व में राजनगर में शहीद भगत सिंह चौक पर एटक एवं सीटू यूनियन ने संयुक्त रूप से भारत सरकार के मजदूर विरोधी, उद्योग विरोधी, किसान विरोधी आदि नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर क्षेत्रीय महाप्रबंधक हसदेव क्षेत्र को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान एटक यूनियन के क्षेत्रीय सचिव कन्हैया सिंह,अध्यक्ष यूके पाठक,सीटू क्षेत्रीय अध्यक्ष बघेला सिंह, सचिव देवेन्द्र निराला उपस्थित रहे।मध्यप्रदेश राज्य एटक के अध्यक्ष हरिद्वार सिंह ने कहा कि आज देश का हर वर्ग आंदोलन कर रहा है। देश के किसानों को तीन महीने से ऊपर हो गए आंदोलन करते हुए लेकिन सरकार को उनकी सुध नहीं है। महंगाई चरम सीमा पर है, पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, खाने का तेल 150 के ऊपर है। बेरोजगारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, हर वर्ग परेशान है। बैंक का भी निजीकरण को लेकर बैंककर्मी भी हड़ताल पर हैं। देश के नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है। लाखों लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है। सरकार रोजगार देने में पूर्णत: असफल है।
Coal industry के निजीकरण के खिलाफ एटक एवं सीटू ने किया विरोध प्रदर्शन
एटक एसईसीएल के महासचिव एवं एसईसीएल (AITUC SECL Secretary General and SECL) संचालन समिति के सदस्य कामरेड हरिद्वार सिंह के नेतृत्व में राजनगर में शहीद भगत सिंह चौक पर एटक एवं सीटू यूनियन ने संयुक्त रूप से भारत सरकार के मजदूर विरोधी, उद्योग विरोधी, किसान विरोधी आदि नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर क्षेत्रीय महाप्रबंधक हसदेव क्षेत्र को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान एटक यूनियन के क्षेत्रीय सचिव कन्हैया सिंह,अध्यक्ष यूके पाठक,सीटू क्षेत्रीय अध्यक्ष बघेला सिंह, सचिव देवेन्द्र निराला उपस्थित रहे।मध्यप्रदेश राज्य एटक के अध्यक्ष हरिद्वार सिंह ने कहा कि आज देश का हर वर्ग आंदोलन कर रहा है। देश के किसानों को तीन महीने से ऊपर हो गए आंदोलन करते हुए लेकिन सरकार को उनकी सुध नहीं है। महंगाई चरम सीमा पर है, पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, खाने का तेल 150 के ऊपर है। बेरोजगारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, हर वर्ग परेशान है। बैंक का भी निजीकरण को लेकर बैंककर्मी भी हड़ताल पर हैं। देश के नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है। लाखों लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है। सरकार रोजगार देने में पूर्णत: असफल है।