लखीमपुर खीरी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) ने बुधवार को एक समारोह में अपना आपा खो दिया और इस दौरान मीडियाकर्मियों (Media Persons) के साथ दुर्व्यवहार किया (Misbehaves) । जब एक पत्रकार ने उनसे लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी द्वारा आरोप जोड़ने के बारे में पूछा, तो वह पत्रकारों को ही अपशब्द बोलने लगे।
मंत्री ने तुरंत अपना आपा खो दिया और पत्रकार से कहा, “दिमाग खराब है?” उन्होंने घटना को रिकॉर्ड करने वाले एक अन्य पत्रकार का मोबाइल फोन बंद करने के लिए भी कहा। मंत्री ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को धमकाया। उन्होंने पत्रकारों को ‘चोर’ भी कहा। मीडिया पर नाराजगी जताते हुए कह रहे हैं कि तुम ही मीडिया वालों के चलते आज एक निर्दोष आदमी जेल में बंद है।
यह सारी घटना वहां मौजूद अन्य पत्रकारों ने अपने अपने कैमरों में कैद कर लिया, जोकि सोशल मीडिया पर आते ही चर्चा का विषय बन गए। मंत्री एक चाइल्ड केयर सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के लिए आए थे।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर सवालों के घेरे में आए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को आज दिल्ली तलब किया गया है। बुधवार शाम चार बजे वो लखनऊ एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
अजय मिश्रा के इस्तीफा को लेकर आज सदन में भी जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया और कहा कि लखीमपुर खीरी मामले पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि यह अदालत के विचाराधीन है।
बताते चलें कि लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या की घटना को एक ‘‘सोची-समझी साजिश’’ करार देने के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं और वह केंद्रीय मंत्री मिश्रा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।