- होटल, रेस्टोरेंट, बार आज से खुलना शुरू… 6 महीने की लाइसेंस फीस माफ करने की मांग भी
इंदौर। प्रशासन ने शहर में बंद पड़े होटल, रेस्टोरेंट, बार आज से खोलने की अनुमति दे दी है। हालांकि अधिकांश होटल शुरू होने में एक-दो दिन लगेंगे, वहीं अब लोग बैठकर खाना भी खा सकेंगे और शराब भी पी सकेंगे। रेस्टोरेंट और बार को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित किया जा सकेगा तो होटलें अपनी पूरी 100 प्रतिशत क्षमता के साथ ठहरने के
लिए कमरे उपलब्ध
करवा सकेंगी।
लगभग 270 बार और अहातों में अब बैठकर शराब पी जा सकेगी। लॉकडाउन लगने के साथ ही ये गतिविधियां भी बंद हो गई थीं और 5 माह से अधिक समय के बाद कल रात कलेक्टर मनीषसिंह ने आदेश जारी कर इन्हें अनुमति दी है। शहर की सभी होटलें अपने सभी कमरों को शुरू कर सकेंगी। वहीं डाइनिंग, यानी बैठाकर भी लोगों को भोजन करवाया जा सकेगा, लेकिन रेस्टोरेंट और बार में 50 प्रतिशत ही क्षमता की अनुमति रहेगी। यानी अगर किसी रेस्टोरेंट या बार में 50 लोगों की सीटिंग कैपिसिटी है तो 25 लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा और रेस्टोरेंट संचालकों से लेकर ग्राहकों तक को सभी कोरोना गाइडलाइन का पालन भी करना होगा। इंदौर में आबकारी विभाग ने गत वर्ष लगभग 142 बार लाइसेंस दिए थे। इसके अलावा देसी-विदेशी शराब दुकानों के साथ संचालित होने वाले अहातों में भी बैठकर पीने की सुविधा मिलती है। इनकी संख्या 128 है। सहायक उपायुक्त आबकारी राजनारायण सोनी के मुताबिक लाइसेंस फीस जमा होते ही ये बार शुरू हो जाएंगे। अहातों के लिए भी अनुमति आज जारी कर दी गई है।
सर्वाधिक एफएल-2 लाइसेंस हैं शहर में
शहर में शराब दुकानों के साथ 128 अहाते हैं तो अलग-अलग श्रेणी के बार लाइसेंस भी हैं। इनमें सर्वाधिक एफएल-2 श्रेणी के 63, जहां केवल रेस्टोरेंट हैं, वहीं एफएल-3, जिसमें कमरों के साथ होटल में बार की सुविधा है, वे 41 और एफएल-4, जो क्लबों-रिसोर्ट को दिए जाते हैं, उनकी संख्या 5 और एफएफल-4 ए 12 हैं। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सूरी का कहना है कि 5 महीने से सभी होटल-बार बंद थे, लिहाजा 15 लाख से लेकर 22 लाख रुपए से अधिक की सालाना लाइसेंस फीस नहीं चुकाई जा सकती। इस संबंध में शासन को पत्र लिखा है कि 6 महीने की लाइसेंस फीस माफ की जाए। संभवत: आज-कल में शासन व आबकारी विभाग से इस संबंध में आदेश जारी हो जाएंगे, क्योंकि अभी पूरे साल की फीस देना और आधी क्षमता के साथ संचालन महंगा पड़ेगा।