उज्जैन। शरदोत्सव की चांदनी में योगीराज पीर मत्स्येंद्रनाथ की समाधि पर हुए कवि सम्मेलन ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी देर रात तक चले दूसरे दौर में भी बैठे रहे। समिति के सचिव विजय पटेल ने बताया कि कोरोना काल की त्रासदी के बाद विधायक पारस जैन के प्रयासों से शरद उत्सव पर बाबा पीर मत्स्येंद्रनाथ बाबा के आंगन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। बरसों से हो रहे कवि सम्मेलन रात 12 बजे आरती के बर्फ समाप्त हो जाते थे, लेकिन इस बार दूसरा दौर भी चला। विषय अतिथि उमेशनाथ योगी ने अपने आशीर्वचन से कवि सम्मेलन को शुरुआत की। समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश रघुवंशी के अनुसार वरिष्ठ कवि नरेंद्र सिंह अकेला के संचालन में हुए कवि सम्मेलन की शुरुआत इन्दौर के व्यंग्यकार सत्येन वर्मा सत्येन ने की। फिरोजाबाद के प्रख्यात कवि ओमपाल सिंह निडर, छत्तीसगढ़ के नरेन्द्र मिश्र धड़कन, भीलवाड़ा के रणजीत सिंह राणा, जबलपुर की अर्चना अर्चन, शिवेश शलभ, महेश्वर के नरेंद्र अटल और डॉक्टर राजीव शर्मा ने रात दो बजे तक श्रोताओं को बांधे रखा।
कवि सम्मेलन में महापौर मुकेश टटवाल, जगदीश अग्रवाल, अनिल जैन कालूहेड़ा, शेखर जैन, जगदीश पाँचाल, प्रकाश शर्मा, सोनू गेहलोत महेश सोनी, रमेश शर्मा सहित कई जनप्रतिनिधियों के साथ समाजसेवी और बाबा के भक्त मौजूद थे। समिति की ओर से राधेश्याम गेहलोत, मोहन राठौर, मनोहर गेहलोत, विनोद दगदी, मंगल कछावा, किशोर भाटी, नवीन भाटी, राम प्रसाद पहलवान, अजय सांखला आदि ने कवियों का स्वागत किया। Share: