देश भोपाल न्यूज़ (Bhopal News) मध्‍यप्रदेश

प्राचीन जल स्रोतों एवं वनों का करना होगा संरक्षणः गृह मंत्री

दतिया। प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुध उपयोग करने से हमारा परिस्थतिक तंत्र (यूको सिस्टम) प्रभावित हो रहा है, जिसके कारण हमें दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं। आवश्यकता है कि हम प्राचीन जल स्रोतों, वनों जैसी प्राकृतिक संपादाओं का संरक्षण एवं संरक्षित करें।

गृह मंत्री डॉ. मिश्र दतिया सेवढ़ा वाईपास के पास स्मृतिवन में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने पौध रोपण भी किया। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जहां वन हुआ करते थे आज वहां वन भूमि तो है लेकिन वृक्ष नहीं है। जो चिंता का विषय है। हमें पेड़-पौधों, प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को समझना होगा। प्रकृति का अपने स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करने से आज वृक्षों की संख्या कम हुई वन क्षेत्र के रकवे में कमी देखने को मिल रही है। जिसका परिणाम है कि वनप्राणी एवं जलीय प्राणी अपेन आवास क्षेत्र को छोड़कर वस्ती एवं शहरी क्षेत्रों में आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है।

गृह मंत्री ने कहा कि हमने जंगलों में खड़े हरे-भरे वृक्षों का खूब दोहन किया। आरा मशीनों पर भी वृक्षों को कटने से नहीं रोका। आज स्थिति यह है कि दिन प्रतिदिन वृक्षों की कमी महसूस होने लगी जिसका सीधा प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हम वृक्षों के महत्व को भली भांति समझ चुके हैं। वृक्ष ही हमें प्राण-वायु ऑक्सीजन देते हैं। विभिन्न रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है। अतः हम जो पौधा लगाये उसके लगाने के साथ आगे वृक्ष बनने तक उसकी परवरिश एवं संरक्षण की व्यवस्था भी हमें करना होगी। ऐसा कार्य करें कि यह स्थान पौधारोपण के क्षेत्र में अन्य स्थानों के लिए नजीर बन सके।

डॉ. मिश्र ने कहा कि हमारे घरों की संस्कृति के अंदर ही पूरा विज्ञान है। भारतीय संस्कृति में घरों के आंगन में तुलसी लगाने, घर के आगन को गाय के गोबर से लीपने एवं घर में प्रवेश करने से पूर्व घर के बाहर जूते-चप्पल उतारकर अपने हाथ-पैर धोने के बाद ही घर में प्रवेश के पीछे भी वैज्ञानिक सोच रही है। उन्होंने कहा कि हमने अपनी प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता को छोड़ा जिसके हमे दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं। हमें जड़, जंगल और जमीन के महत्व को समझना होगा।

उन्होंने कहा कि कोरोना की लहर का असर शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में कम देखने को मिला। जिसके पीछे ग्रामीणों का प्रकृति के साथ जीना था। इसके लिए परम्परा, संस्कृति एवं सभ्यता के साथ जुड़ा रहना होगा।

डॉ. मिश्र ने त्रिफला के महत्व को बताते हुए कहा कि त्रिफला के उपयोग करने वाला व्यक्ति लंबे समय तक जीता है। इससे पेट की बीमारियों से निजात मिलता है। इसके उपयोग में होने वाला फल आंवला अमृत के समान है। जो बहु औषधीय गुण से भरपूर है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक जीना है तो प्रकृति के साथ सुबह की पैदल सैर करना होगा। अन्यथा जीवन को दवाओं पर चलना होग। उन्होंने लोगों से कहा कि वह अपनी राशि के अनुरूप भी पौधे लगा सकते हैं।

विश्व स्कार्फ डे के अवसर पर गृह मंत्री को पहनाया स्कार्फ
विश्व स्कार्फ डे के अवसर पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र को स्काउड एवं गाईड ने रविवार को गले में स्कार्फ पहनाया। गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि स्काउड एवं गाइड मानव सेवा का कार्य करते है। इससे बड़ा कोई कार्य नहीं है। हमें इनके कार्य से सीख लेना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन 1 अगस्त 1907 ब्राउनसीप द्धीप में पहला स्काउट कैंप लगाया गया था। उसी समय से प्रति वर्ष 1 अगस्त विश्व स्काउट मनया जाने लगा है। स्काउट प्रतिज्ञा का सबसे महत्वपूर्ण सिंबल स्कार्फ है जो तीन प्रतिज्ञाओं को याद दिलाने के साथ-साथ स्कार्फ गर्दन का धूप से बचाला है। अपात स्थिति में फर्स्ट एड के रूप में साधन के अभाव में पट्टी बनाकर कटे, फटे एवं टूटे स्थान पर काम में आता है। इसके साथ ही कभी-कभी यह रस्सी के रूप में उपयोग किया जाता है।

इस अवसर पर कलेक्टर संजय कुमार, जिला पंचायत सीईओ अतेन्द्र सिंह गुर्जर, जिला समन्वयक राजेश कतरौलिया, लक्ष्मी राय, अर्चना जाटव, महेन्द्र नारायण शर्मा, दीपेन्द्र बौद्ध कौशल पाठक आदि उपस्थित रहे।

प्रजापति समाज वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के अनुरूप मिल जुल कर रहे
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र रविवार को दतिया में राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के तत्वाधान में प्रजापति उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित प्रजापति महासम्मेलन में शामिल हुए। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि प्रजापतिएक महत्वपूर्ण समाज है। इस समाज के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक उत्थान के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे है।

उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रजापति समाज महत्वपूर्ण समाज है। इस समाज को वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के अनुरूप मिलजुल रहे। दतिया में जिला पंचायत अध्यक्ष पद से लेकर सरपंच एव पंच पद पर भी इस समाज के लोगों ने सेवायें दी है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा प्रजापति समाज के लिए हर संभव सहयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि दतिया सहित डबरा एवं भितरवार में भी प्रजापति समाज की धर्मशाला का निर्माण कराया गया। इस दौरान गृह मंत्री ने पौधारोपण कार्यक्रम में भी भाग लिया। (एजेंसी, हि.स.)

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