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भारत की बराबरी के लिए छटपटा रहा जापान, मून मिशन तीसरी बार करना पड़ा कैंसिल

टोक्यो: रूस के मून मिशन लूना-25 के क्रैश करने के बाद सबकी नजरें भारत के चंद्रयान-3 पर थीं. चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद दुनिया भर में भारत का डंका बज रहा है. वहीं जापान (Japan) भी चांद फतह करने की कोशिश में लगा हुआ था. लेकिन लग रहा है कि जापान को अभी और इंतजार करना होगा. क्योंकि जापान ने अपने मून मिशन (Japan HIIA Rocket Moon Mission) की लॉन्चिंग को तीसरी बार सस्पेंड कर दिया है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने सोमवार को H-IIA रॉकेट के नियोजित प्रक्षेपण को निलंबित कर दिया, जिसे चंद्रमा लैंडर को अंतरिक्ष में ले जाना था. मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज (MHI) की लॉन्च सेवा इकाई ने योजनाबद्ध लॉन्च समय से 24 मिनट पहले सोशल मीडिया साइट एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर एक पोस्ट में कहा कि ऊपरी वायुमंडल में अनुपयुक्त हवा की स्थिति के कारण लॉन्च रद्द कर दिया गया.

बता दें कि H-IIA नंबर 47 रॉकेट को सोमवार को स्थानीय समय (0026 GMT) सुबह 9:26 बजे दक्षिणी जापान में जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के तनेगाशिमा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाना था. चंद्रमा की जांच के लिए स्मार्ट लैंडर, या SLIM जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) द्वारा विकसित किया गया था.


रिपोर्ट के अनुसार इसके कार्यों में चंद्रमा की चट्टानों की खोज करना और सटीक लैंडिंग प्रक्रियाओं को प्रदर्शित करना शामिल है. यदि भविष्य में जापान का यह मून मिशन लॉन्च होता है और चांद की सतह पर लैंड करता है तो जापान चंद्रमा पर सफलतापूर्वक यान उतारने वाला दुनिया का पांचवां देश बन जाएगा. रॉकेट JAXA के स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (SLIM) को ले जा रहा है, जो चंद्रमा पर उतरने वाला पहला जापानी अंतरिक्ष यान होगा.

मालूम हो कि टोक्यो स्थित स्टार्टअप आईस्पेस (9348.टी) चंद्र लैंडर हकुतो-आर मिशन 1 अप्रैल को विफल हो गया था. वहीं 23 अगस्त को, भारत ने एक बड़ी छलांग लगाई जब चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफलतापूर्वक उतरा. जिससे यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया. भारत अमेरिका, चीन और रूस के बाद चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया.

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