पीडब्ल्यूडी 30 करोड़ खर्च कर डेढ़ साल में पूरा कराएगा काम
इंदौर। दूरदराज की ग्रामीण सडक़ों (Rural Roads) के निर्माण (Construction) का काम लगातार जारी है। आधा किलोमीटर और इससे कम दूरी वाले गांवों (Villages) को मुख्य मार्गों (Main Roads) से जोड़ा जा रहा है। इंदौर (Indore) में पीडब्ल्यूडी (PWD) को 6 नई ग्रामीण शाम सडक़ों के साथ 8 पहुंच मार्गों के निर्माण की मंजूरी मिली है।
इंदौर (Indore) शहर से 30 -35 किलोमीटर की दूरी पर ऐसे भी गांव हैं, जहां पर जाने-आने के लिए सडक़ नहीं है या जो सडक़ मार्ग बना हुआ है वह जर्जर अवस्था में है। जिले के ग्रामीणों की मानें तो करीब 50 से ज्यादा गांव आज भी मुख्य मार्गों (Main Roads) से जुड़े हुए नहीं हैं। महू तहसील ( Mhow Tehsil) और मानपुर क्षेत्र (Manpur Area) के कुछ गांव ऐसे भी हैं, जहां पर भौगोलिक स्थिति सडक़ निर्माण में बड़ी बाधा है। नए वित्तीय वर्ष में पीडब्ल्यूडी (PWD) को 6 नई सडक़ों के निर्माण की अनुमति मिली है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि अब कम समय में तहसील-ब्लॉक स्तर (Tehsil-Block Level) पर पहुंच पाएंगे। साथ में दूध और सब्जी उत्पादक किसानों को समय पर मंडी पहुंचने में मदद मिलेगी। करीब 30 करोड़ रुपए पीडब्ल्यूडी इन नए सडक़ मार्ग पर खर्च करेगा, जिनमें से 6 नई सडक़ों और 8 पहुंच मार्ग का निर्माण कराया जाना है।
यह हैं पहुंच मार्ग
पीडब्ल्यूडी (PWD) को करीब 8 गांवों को मुख्य मार्गो (Main Roads) से जोडऩे के लिए आधा किलोमीटर से कम नई सडक़ें बनाने के लिए 7 करोड़ रुपए मंजूर किए गए। इनमें सांवेर पहुंच मार्ग, रिंगनोदिया, लक्ष्मणखेड़ी, मुरादपुरा, धरमपुरी, सोलसिंदा, मुंडलाबाग-पानोड़, लिंबोदागारी, टिगरिया बादशाह, पालिया, धतुरिया आदि मार्गों को शामिल किया गया है।
इन सडक़ों का होगा निर्माण
नाम किमी
हातोद से अजनोद 1.5
जंबूरी सरवर से बसांद्रा 3
कंपेल से शयादादेव 13
उंडेल से शयादादेव 3
पिवड़ाय से कंपेल बायपास 2
कंपेल से मोरोद हाट 10