बड़ी खबर

सेना ने तैयार किया 33 पन्नों का डोजियर, भारत के खिलाफ पाकिस्तान के षडयंत्र की खुली पोल

नई दिल्‍ली । भारत (India) के विरुद्ध पाकिस्तान (Pakistan) का अप्रत्यक्ष युद्ध जारी है. इंडियन आर्मी (Indian army) द्वारा तैयार 33 पन्नों के एक डोजियर में पाकिस्तान के काले कारनामे का जिक्र है. पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ रचे गए आतंकी साजिश का पुख्ता सबूत भारत के हाथ लगा है. इस सबूत में पड़ोसी देश द्वारा भारत को अस्थिर करने का षडयंत्र शामिल है.

डोजियर में बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान की सत्ता, जिसमें उसकी सेना भी शामिल है, सीमा पार घुसपैठ की कोशिशों को अंजाम देता है. यह इस ओर भी इशारा करता है कि कैसे पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं को मारा जा रहा है.


इस खुफिया फाइल में जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा पुलिसकर्मियों, शिक्षकों, प्रवासी मजदूरों की हत्या की चर्चा है. ये आतंकी पाकिस्तान के प्रतिनिधि के रूप में काम करते हैं. ये डोजियर इस बात का खुलासा करता है कि कैसे पाकिस्तान राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या करता है और जम्मू-कश्मीर में युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी बनने के लिए उकसाता है.

घुसपैठ की कोशिश
इस डोजियर के पहला भाग का शीर्षक LoC के पार और आंतरिक इलाकों में आतंकी घटनाए हैं. इसमें साल 2020-21 के बीच पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा भारत में घुसपैठ करने की 16 कोशिशों का जिक्र है. इसके अलावा इसमें आतंकियों के रूट, जब्त हथियार और दस्तावेज की भी जानकारी दी गई है. इसमें घुसपैठ से रोकने के लिए सेना द्वारा की गई कार्रवाई में मारे गए आतंकियों का भी जिक्र है.

जम्मू-कश्मीर में नियुक्तियां
ये डोजियर कहता है कि पाकिस्तान का स्टेट स्पॉन्सर्ड टेरर पाकिस्तान की जमीन से लगातार जारी है. इसका तरीका भी है. पाकिस्तान ऐसे कमजोर युवाओं को टारगेट करता है जिन्हें पैसे की जरूरत होती है. इसके बाद इनका ब्रेनवॉश किया जाता है, कट्टर और घृणाभरे विचार इनके दिमाग में भरे जाते हैं फिर इन्हें कथित जिहाद के लिए तैयार किया जाता है.

डोजियर के साथ संलग्न चैट में ये दिखाया गया है कि कैसे आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में रहते हैं और उन्हें अपने मूवमेंट की जानकारी देते हैं. इसके अलावा इसमें आतंकी गतिविधियों की तस्वीरें भी हैं.

कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाना
डोजियर के तीसरे सेक्शन में कश्मीर में नागरिकों की हत्या का जिक्र है. इसमें कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद पाकिस्तान समर्थक आतंकी घाटी में नागरिकों को निशाना बना रहे हैं. इसका उद्देश्य लोगों में असुरक्षा और खौफ की भावना पैदा करना है. इसके अलावा पाकिस्तान लोगों में खौफ पैदा करके ये भी दिखाना चाहता है कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य नहीं है. डोजियर कहता है कि यह सब ‘स्थानीय’ असंतोष को भड़काने के लिए किया जाता है, इन ग्रुप को ‘स्थानीय’ आतंकी समूह कहा जाता है, लेकिन असल में इन्हें पाकिस्तानी डीप स्टेट का समर्थन और संरक्षण प्राप्त है.

इंडियन आर्मी के इस डोजियर में कहा गया कि “इस साल मार्च से, इस तरह की हिंसा में तेजी आई है, जिसमें एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. जिन्हें टारगेट बनाया गया उनमें से कई धार्मिक अल्पसंख्यक थे. गृह मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर में 87 नागरिक मारे गए हैं. इसकी तुलना में पिछले पांच साल में 177 नागरिक मारे गए थे. आतंकवादी हमलों के पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.”

इस डोजियर में उन पोस्टरों को भी शामिल किया गया है जिसमें आतंकियों ने लिखा है कि गैर स्थानीय लोग या तो हमारी जमीन छोड़ दें या फिर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें.

राजनीतिक प्रक्रिया को रोकने की साजिश
आर्मी की इस डोजियर में राजनीतिक हत्याओं का भी जिक्र है. इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों ने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक कार्यकर्ताओं, नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों को राजनीतिक प्रक्रिया और सरकारी कामकाज में भाग लेने से रोकने के लिए टारगेट किया है. पिछले तीन सालों में अलग-अलग राजनीतिक दलों के कुल 27 ऐसे लोग मारे गए हैं.

सेना के इस डोजियर ने पाकिस्तान की करतूतों का पर्दाफाश कर दिया है. डोजियर में कहा गया है कि एक ऐसे देश में, जिसने तीन दशकों से अधिक समय तक सैन्य शासन रहा है और जहां चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, हुक्म सेना का चलता हो वहां जम्मू-कश्मीर को अस्थिर करने के लिए आतंकवाद का बीज बोया जाता है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ‘ग्रे लिस्ट’ में रखे जाने के बावजूद, आतंकवादियों को पाकिस्तान समर्थन बे रोकटोक जारी है. अब समय आ गया है कि इस देश का नाम वैश्विक स्तर पर दुनिया को बताया जाए और उसे उसके करतूतों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए.

Share:

Next Post

ओमिक्रॉन के नए स्वरूप बीए.2.75 पर WHO ने किया सतर्क, दो हफ्ते में 30 फीसदी केस बढ़े

Thu Jul 7 , 2022
जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत व कुछ अन्य देशों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए उप स्वरूप बीए.2.75 मिलने की पुष्टि करने के साथ ही सतर्क किया है। WHO के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा कि भारत और संगठन के अन्य सदस्य देशों में कोरोना वायरस के इस नए रूप का […]