गुवाहाटी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर कार्रवाई के बाद आम आदमी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर बड़ा आरोप लगाया। इस पर सीएम सरमा की ओर से पलटवार किया गया है।
उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी ने लोगों की जान बचाने के लिए करीब 1500 पीपीई किट दान की थी। एक बार मुझे दिल्ली के मुर्दाघर से एक असम के कोविड पीड़ित का शव लेने के लिए सात दिनों तक इंतजार करना पड़ा था। मैं आपके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।
हिमंत सरमा ने ट्वीट कर कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश 100 से अधिक वर्षों में सबसे भीषण महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट हो, मेरी पत्नी ने आगे आकर और लोगों के जीवन बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 मुफ्त पीपीई किट दान करने का साहस किया था। उसने एक पैसा भी नहीं लिया।
साथ ही सिसोदिया के पुराने ट्वीट को रीट्वीट करके सीएम हिमंत सरमा ने कहा कि प्रिय मनीष सिसोदिया, मैं आपकी याददाश्त को ताजा कर दूं। आपने मेरे ट्वीट का जवाब भी नहीं दिया जब असम के मेरे लोगों को कोविड महामारी के दौरान आपकी मदद की जरूरत थी। हम एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे, इसके बावजूद कई फोन कॉल का जवाब नहीं दिया गया।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि कोरोना महामारी के दौरान जब हिमंत बिस्वा सरमा असम के स्वास्थ्य मंत्री थे, तब उन्होंने राज्य के कोरोना पीड़ित का शव लेने के लिए मनीष सिसोदिया से संपर्क किया था। इस दौरान सात दिनों तक सिसोदिया या उनके दफ्तर की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया।
इससे पहले मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने एक वेबसाइट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री सरमा ने कोरोना काल में भ्रष्टाचार किया। मामला 2022 का है, जब वर्तमान सीएम राज्य में स्वास्थ्य मंत्री थे। उन्होंने कहा कि उस समय पीपीई किट खरीदने के ठेके उन्होंने बेटे के सहयोगियों और पत्नी को दिए। उन्होंने सवाल किया कि अब भाजपा बताए कि ऐसे मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई कब करेगी?
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