नई दिल्ली । अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र (United Nations in America)आम सभा की बैठक में भाग लेने गए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (Indian External Affairs Minister S Jaishankar) दुनिया भर के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इन सबके बीच ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली के साथ उनकी मुलाकात में ब्रिटेन में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं पर हो रहे हमलों का मसला छाया रहा। भारतीय विदेश मंत्री ने क्लेवरली (Indian Foreign Minister Cleverly) के सामने ब्रिटेन में रह रहे भारतीय मूल के लोगों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया।
इसी बीच न्यूयॉर्क पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने दिलचस्प किस्सों को साझा किया। ‘मोदी @ 20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, आप पूछते हैं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी बदलाव ला सकते हैं, लेकिन मैं कहता हूं पीएम मोदी खुद एक बदलाव का ही परिणाम हैं। उनके जैसा कोई व्यक्ति भारत का प्रधानमंत्री बन गया है, यह दिखाता है कि देश कितना बदल गया है।
इस दौरान विदेश मंत्री ने पीएम मोदी के साथ यादगार किस्से को साझा किया। उन्होंने कहा, बात तब की है जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला किया था और भारतीय छात्रों को वहां से निकाले जाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, पीएम मोदी ने मुझे आधी रात को फोन लगाया और सीधे पूछा, जागे हो? मैंने हां में जवाब दिया। इसके बाद पीएम ने पूछा टीवी देख रहे हो क्या, वहां क्या हो रहा है? तो इसका जवाब में मैनें कहा कि मदद थोड़ी देर में पहुंच रही है।
विदेश मंत्री ने इस बातचीत को याद करते हुए आगे कहा कि पीएम ने कहा, जब मदद पहुंच जाए तो मुझे फोन कर देना। मैंने कहा, सर इसमें दो से तीन घंटे और लगेंगे। जब हो जाएगा तो मैं आपके यहां सूचित कर दूंगा। इसके बाद पीएम मोदी ने जोर से कहा, नहीं…,सीधे मुझे फोन करना। विदेश मंत्री ने कहा, किसी प्रधानमंत्री में यह एक विलक्षण गुण है।
बता दें कि एस जयशंकर ने इस दौरान इब्सा के त्रिपक्षीय मंत्री स्तरीय आयोग की दसवीं बैठक की मेजबानी की। उन्होंने इब्सा की प्रक्रिया की समीक्षा की और इसके कार्यों को भी सराहा। बैठक में ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांका और दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जोए फाहला भी शामिल हुए।
वहीं इब्सा की ओर से जारी साझा बयान के अनुसार, मंत्रियों ने दुनियाभर में हो रहे आतंकवादी हमलों की निंदा की। उन्होंने आतंकवाद के सभी रूपों और कृत्यों की निंदा की, फिर चाहे ये कहीं भी और किसी के भी द्वारा किए गए हों। मंत्रियों ने आतंकी पनाहगाहों को खत्म करने की पहल के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता की पुष्टि की। Share:
![](https://www.agniban.com/wp-content/uploads/2021/03/wagroup-join-banner.png)