भोपाल । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा 30 नवंबर को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में प्रवेश कर रही है. इस यात्रा के दौरान कांग्रेस को झटका (jolt to congress) भी लग सकता है, क्योंकि कुछ नेता दल बदल भी कर सकते हैं. राज्य में डेढ़ दशक बाद कांग्रेस को वर्ष 2018 में सत्ता हासिल हुई थी मगर अपनों के ही दलबदल करने से कमलनाथ (Kamal Nath) के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी. अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव हैं और कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में वापसी की रणनीति बना रही है.
कांग्रेस को लग सकता है झटका
राहुल गांधी की मध्य प्रदेश आ रही भारत (India) जोड़ो यात्रा से कांग्रेस बड़ी उम्मीद लगाए हुए हैं और उसे इस बात का भरोसा है कि राज्य में उस के पक्ष में माहौल बन सकता है. वहीं चर्चा इस बात की है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की इस यात्रा के मध्य प्रदेश में रहने के दौरान पार्टी को झटके भी लग सकते हैं, क्योंकि कई नेता पाला बदलने की तैयारी में है. इसकी वजह भी है क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव (presidential election) के दौरान कांग्रेस के कई विधायकों ने पार्टी समर्थित उम्मीदवार के खिलाफ जाकर बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में मतदान किया था. बीजेपी के भी कई नेता इस कोशिश में हैं कि कांग्रेस के कुछ नेताओं का दल बदल कराके कांग्रेस के उत्साह को कम किया जाए.
30 नवंबर को करेगा प्रवेश
भारत जोड़ो यात्रा (bhaarat jodo yaatra) 30 नवंबर को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से प्रवेश करेगी. 13 दिन की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. 23 नवंबर को बुरहानपुर से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में प्रवेश कर भारत जोड़ो यात्रा खंडवा और इंदौर के जरिए उज्जैन पहुंचेगी. मध्य प्रदेश से निकलकर भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी. अभी तक प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक मध्य प्रदेश में होने वाली एकमात्र आमसभा को राहुल गांधी संबोधित करेंगे. राहुल गांधी की आमसभा उज्जैन में प्रस्तावित है. आमसभा के लिए सामाजिक न्याय परिसर और दशहरा मैदान में से एक स्थान का चयन किया जाएगा. भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों में कांग्रेस पूरी ताकत से जुट गई है.