आचंलिक

पंचायत चुनाव के बाद नगरीय निकाय में सक्रिय होंगे बड़े नेता

  • नपा चुनाव में कई वार्डों में निर्दलियों के कूद जाने से मुकाबला कांटे की टक्कर का

सीहोर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान संपन्न होने के बाद अब नेताओ का रूख नगरीय निकाय चुनाव में हो गया है। सभी प्रमुख वार्डो में भाजपा कांग्रेस के बड़े नेता दलीय प्रत्याशियों को जिताने के लिए सक्रिय हो गये है। साथ ही लगभग सभी वार्डो में दलो के कार्यालय भी खुल गये है। 25 जून को त्रिस्तरीय जनपद पंचायत सीहोर के चुनाव की मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब सीहोर नगरीय निकाय चुनाव में नेताओ का रूख हो गया है। रविवार को भाजपा ओर कांग्रेस के बड़े नेताओ ने कई जगह चुनावी कार्यालय खोलकर प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव का गणेश कर दिया है। नगरीय निकाय चुनाव इस बार काफी दिलचस्प रहेंगे तो कई वार्डो में निर्दलीयों के मैदान में आने के कारण मुकाबला कांंटा जोड़ भी होगा। भाजपा ओर कांग्रेस से कई वार्डो में निर्दलीय उ मीदवार टिकिट न मिलने से बागी मैदान में है। कई वार्डो में निर्दलीयों का दबदबा देखा जा रहा है। जिससे माना जा रहा है कि इस बार नई परिषद में कुछेक वार्डो से निर्दलीय चेहरे भी जीतकर आ सकते हैं। इधर शहर के कुछेक वार्डो में दोनों ही दल के बड़े नेता चुनाव मैदान में पार्षद उ मीदवार के रूप में सामने है।


शहर के चारो तरफ चुनावी शोरगुल
शहर में नगर पालिका के चुनाव को लेकर अब लोगो में चर्चा का बाजार भी गर्म हो चला है। वार्डो में कार्यालय प्रारंभ होने के साथ ही सभी जगह झंडे, बेनर, पोस्टर दिखाई पडऩे लगे हैं। वहीं दलीय प्रत्याशी जनसंपर्क करने के लिये मोहल्ले मोहल्ले निकल रहे है और मतदाताओ का आर्शीवाद प्राप्त कर रहे हैं। शहर के तीन चार वार्डो में भाजपा कांग्रेस की सीधी टक्कर है वहीं अन्य वार्डो में निर्दलीय उ मीदवारों ने सभी का गणित बिगाड़ दिया है। नगर के 35 वार्डो में से भाजपा के एक प्रत्याशी वार्ड 15 से प्रिंस राठौर निर्विरोध हो चुके है। वहीं वार्ड नंबर 21 में भाजपा के घोषित प्रत्याशी ने अपना नामांकन ही दाखिल नहीं किया है। भाजपा अब वार्ड 21 के लिये किसी निर्दलीय प्रत्याशी को अपना समर्थन देगी। भाजपा विचारधारा के गौरव सन्नी महाजन ने भी इस बार कुछ वार्डो में अपने समर्थित निर्दलीय उ मीदवारों को समर्थन दे दिया है। वहीं भाजपा कांग्रेस के कुछ बागी भी मैदान में उतर गये हैं।

बगावत के साथ भीतरघात की संभावना बढ़ी
टिकिट न मिलने से नाराज भाजपा कांग्रेस के कई बड़े दावेदारों ने नगरीय निकाय चुनाव में बागी रूख अ ितयार कर वार्डो में निर्दलीय मैदान में आ गये हैं। इन वार्डो में दोनों ही दलो से खड़े हुए निर्दलीय समीकरण बिगाडऩे में बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। उधर कई ऐसे दावेदार भी है जो टिकिट न मिलने की नाराजगी के बाद बागी तो नहीं हुए हैं, लेकिन अपने ही दल के प्रत्याशी को कमजोर करने में तुले हुए हैं। भाजपा कांग्रेस के संगठित नेता बागी ओर भीतरघाती को मनाने के लिए रोजाना प्रयासरत हैं। अब देखना यह है कि टिकिट न मिलने की नाराजगी से नगरीय निकाय चुनाव में उपजी इस बगावत का नुकसान किसे ज्यादा होगा।

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