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बीरभूम हिंसाः आग में जलकर हुई 8 लोगों की मौत, गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट

कोलकाता। गृह मंत्रालय (एमएचए) (Ministry of Home Affairs (MHA)) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल सरकार (Government of West Bengal) से बीरभूम जिले में कम से कम आठ लोगों की मौत पर विस्तृत रिपोर्ट (Detailed report on the death of eight people) मांगी है। मंत्रालय का ये कदम ऐसे समय में आया है जब बंगाल के नौ भाजपा सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और घटना में उनके हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग की थी।

बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में अज्ञात बदमाशों ने मंगलवार को कई घरों में आग लगा दी जिसमें कम से कम आठ लोगों की झुलस कर मौत हो गई।

पश्चिम बंगाल के पुलिस प्रमुख ने यहां इस घटना की पुष्टि की। इससे पहले फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने घटना में मरने वालों की संख्या 10 बताई थी। आशंका है कि सोमवार शाम तृणमूल कांग्रेस नियंत्रित पंचायत निकाय के उप प्रमुख बधु शेख की हत्या के प्रतिशोध में इस घटना को अंजाम दिया गया है।


सूत्रों ने कहा कि स्थिति का आकलन करने के लिए जल्द ही एक तथ्यान्वेषी केंद्रीय दल राज्य में भेजा जा सकता है, लेकिन अभी तक इसके बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से कानून-व्यवस्था बनाए रखने और इस घटना के मद्देनजर आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना को लेकर जल्द से जल्द विस्तृत तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। पुलिस ने बताया कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट में मंगलवार तड़के कुछ मकानों में आग लगने से दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी।

राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय ने कोलकाता में संवाददाताओं को बताया कि यह घटना तड़के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के एक नेता की हत्या के कुछ घंटे बाद हुई। मालवीय ने कहा कि जले हुए मकानों में से एक में सात लोगों के शव बरामद किए गए, जबकि गंभीर रूप से झुलसे हुए एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई।

भाजपा सांसदों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री को दिए एक ज्ञापन में आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा लगातार जारी है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है।

अप्रैल 2021 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। बीरभूम की घटना का जिक्र करते हुए सांसदों ने दावा किया कि क्षेत्र में पंचायत उप-प्रधान (उप प्रमुख) की हत्या के बाद 10 लोगों को जला दिया गया।

उन्होंने शाह से आग्रह किया कि इस तथ्य पर कड़ा संज्ञान लिया जाना चाहिए कि एक बम हमले में पंचायत नेता मारा गया। सांसदों ने शाह से राज्य में ”तेजी से बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति” का संज्ञान लेने और हिंसा की इस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्यक उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा, ”हम राज्य में बढ़ते राजनीतिक आतंकवाद के तहत अपने नागरिकों के जीवन को खतरे में डालने की अनुमति नहीं दे सकते। हम मामले में समय पर हस्तक्षेप करने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए आपके आभारी रहेंगे।”

सांसदों ने गृह मंत्री को हाल के दिनों में पश्चिम बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा से भी अवगत कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में ”टीएमसी के गुंडों” द्वारा 50 से अधिक भाजपा समर्थकों की हत्या कर दी गई। सांसदों ने दावा किया कि 19 मार्च को राणाघाट निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार को मारने की कोशिश की गई थी।

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