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उप्र में एक लाख से अधिक राजस्व गांव तक पहुंची BJP

आजादी के बाद पहली बार गांव से लेकर संसद तक बनी सबसे बड़ी पार्टी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party under the leadership of Chief Minister Yogi Adityanath)  ने उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में जोरदार जीत हासिल कर गांव-गांव तक अपनी पैठ बना ली है। जमीनी स्तर पर योजनओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिये कार्यकर्ताओं ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। ब्लाक प्रमुख चुनावों में भाजपा को मिली जीत भी इसी का जीता-जागता उदाहरण बना है। लगातार प्रदेश में विस्तार लेती जा रही भाजपा ने एक लाख से अधिक राजस्व गांवों में मजबूत पकड़ बना ली है।

प्रदेश के 75 जिलों में कुल 3050 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है। जिला पंचायत सदस्यों की 3047 सीटों में से भाजपा ने 768 पर बढ़त लेते हुए अन्य राजनैतिक दलों को काफी पीछे छोड़ दिया है।


राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार आजादी के बाद यह पहला मौका है जब गांव से लेकर संसद तक भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व और नियोजित तरीके से कराए जा रहे विकास कार्यों का नतीजा है कि पिछड़े हुए गांव तक पार्टी ने अपनी पैठ बनाई है। पंचायत चुनावों में भाजपा ने 75 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की। इतना ही नहीं ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी कुल 825 में से 648 सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया। खास बात यह रही कि इनमें 349 सीटों पर तो पार्टी ने निर्विरोध बाजी मारी।

कुशल कोरोना प्रबंधन ने दी पार्टी को अलग पहचान

प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना का संक्रमण गांवों में न फैले, इसके लिए योगी सरकार ने पहली बार प्रदेश में 70 हजार से अधिक निगरानी समितियों के जरिए अपनी पूरी ताकत लगा दी और इसमें सफल भी हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री का लगातार गांवों में जाना और कोरोना से संक्रमित लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत करना सोने पर सुहागा साबित हुआ।

जमीनी स्तर पर किये गये कार्य बने पार्टी की जीत का आधार

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार गांवों में अपनी पकड़ बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने हर ग्राम पंचायत में पंचायत भवन, कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) सामूहिक शौचालय बनाने, इन शौचालयों के रख-रखाव के लिए तय मानदेय पर रोजगार देने, 58 हजार में बीसी ( बैंकिंग करेस्पोंडेंस) सखी बनाने जैसी योजनाओं से भाजपा की गांवों में पकड़ और मजबूत हुई है। चूंकि प्रदेश में गावों और किसानों की संख्या सर्वाधिक है। लिहाजा ऐसी तमाम योजनओं का लाभ भी उत्तर प्रदेश को सर्वाधिक मिला है।

कर्जमाफी ने किसानों को दी बड़ी राहत

उन्होंने बताया कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पहली ही कैबिनेट में 84 हजार लघु सीमांत किसानों का 36 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया। इस फैसले से किसानों को बड़ी राहत मिली। सरकार लगातार किसानों के हित में काम कर रही है जिसके परिणाम स्वरूप में गांवों में लगातार उसकी स्थिति मजबूत बनती जा रही है।

खेती-किसानी बढ़ाने की सफल योजनाएं बनी पार्टी की ‘ताकत’

प्रवक्ता का कहना है कि किसानों को लाभ देते हुए प्रदेश में भाजपा सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लागू किया। इसके तहत फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य उनकी लागत का डेढ़ गुना हो गया। धान, गेहूं की रिकॉर्ड खरीद, मक्का और अन्य कुछ फसलों को एमएसपी के दायरे में लाना भाजपा सरकार की बड़ी उपलब्धियां हैं। आजादी के बाद से अब तक गन्ने की रिकॉर्ड खरीद और भुगतान करना। इसके साथ ही किसान सम्मान योजना, मिलीयन फार्मर्स स्कूल के द्वारा पांच लाख से अधिक किसानों को जोड़ना आदि ऐसे अनेक कार्य हैं जिसने गांवों में भाजपा को मजबूत बनाने में बड़ी मदद की है। इतना ही नहीं जो रही सही कसर बची भी थी उसको प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री किसान सम्मान, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला और आयुष्मान भारत-पीएम आरोग्य योजना जैसी केंद्र की योजनाओं और प्रदेश सरकार द्वारा इनके सफल क्रियान्वयन ने पूरा कर दिखाया। इन तमाम योजनओं के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश नंबर एक पर है। (एजेंसी, हि.स.)

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