देश राजनीति

भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए बांग्लादेश से शूटर बुलवा रहीं ममताः विजयवर्गीय

कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वह बांग्लादेश से शार्प शूटर बुलवाकर भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या करवा रही हैं।

विजयवर्गीय ने एक टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, “ममता बनर्जी भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या करवा रही हैं। विजयवर्गीय ने दावा किया, ‘मनीष शुक्ला को एक प्रफेशनल शूटर ने मारा है। कार्बाइन से मारा है। 19 गोलियां उसके शरीर से निकली है। दरिदंगी की गयी। बिना पुलिस संरक्षण के थाने के सामने कार्बाइन लेकर जाने की हिम्मत किसी की नहीं हो सकती। बंगाल का जादू फेमस है लेकिन यहां की पुलिस जादूगर है। किसी को भी फंसा सकती है।

विजयवर्गीय ने कहा, “ममता सरकार बांग्लादेश से शूटर बुलाकर हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या करवा रही हैं। पहले मनीष शुक्ला के हथियार के लाइसेंस रद्द किये गये। फिर उसकी हत्या करवायी गयी। सरकार शूटर बुलाकर मेरे ऊपर भी हमला करवा सकती हैं। यह सिर्फ आरोप नहीं हैं, मेरे पास सबूत भी है। सीबीआइ जांच हो तो सच्चाई सामने आ जायेगी।

विजयवर्गीय ने बनर्जी पर आरोप लगाये कि कोरोना के समय प्रधानमंत्री ने जो गरीबों के लिए राशन भेजा, वह उन तक नहीं पहुंचा। टीएमसी के लोग टीएमसी नेताओं को मारते हैं। बम फेंकते हैं। उन्होंने कहा कि हत्या टीएमसी के लोग करते हैं और भाजपा के कार्यकर्ताओं को फंसाया जाता है। अभी तक 120 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। सरकार के अंदर ही बंदरबाट है।

उन्होंने कहा कि बंगाल में पहले राजनीति का अपराधीकरण हुआ। अब नौकरशाही का भी अपराधीकरण हुआ। दोनों मिलकर तस्करी करते हैं। बंगाल के सीमावर्ती इलाके में गौ तस्करी व जाली नोटों का कोराबार सबसे अधिक है। इसमें नौकरशाही और टीएमसी के लोग शामिल हैं। कुछ दिन पहले टीएमसी के क्लब में बम विस्फोट हुआ। इसकी आवाज आधा किलोमीटर तक गयी। यह सब चुनाव को ध्यान में रख कर किया जा रहा है। (एजेंसी, हि.स.)

Share:

Next Post

पैन्गोंग झील की ठंड ने ली 10 चीनी सैनिकों की जान

Fri Oct 16 , 2020
नई दिल्ली । पिछले एक सप्ताह में पूर्वी लद्दाख का तापमान शून्य से 10 डिग्री नीचे पहुंच चुका है। पैन्गोंग झील के उत्तरी किनारे पर तैनात पांच हजार से अधिक चीनी सैनिकों का बुरा हाल है। उनके लिए स्थाई बैरेक्स बनाई गई हैं, इसके बावजूद अब तक 10 से अधिक पीएलए सैनिकों ने एलएसी के […]