उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

भाजपा द्वारा अजा वर्ग के दोनों कांग्रेसी विधायकों को घेरने की कोशिश

  • पिछले चुनाव में सतीश मालवीय टिकिट नहीं मिलने के बाद भी घटिया क्षेत्र में सक्रिय रहे -तराना में महेश परमार के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है

उज्जैन। भाजपा इस बार जिले की सात विधानसभा सीटों पर विशेष फोकस कर रही है और उसमें से उन तीन सीटों पर वह अपनी पूरी ताकत लगाने की तैयारी में है जो कि कांग्रेस जीतती रही है और इस बार घटिया, तराना तथा खाचरौद में भाजपा को उम्मीद है कि बाजी पलटेगी। उल्लेखनीय है कि कल भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के कुछ उम्मीदवारों की घोषणा की लेकिन उसमें उज्जैन क्षेत्र के दो विधानसभा सीटों के लिए जो नाम घोषित हुए हैं उसने सबको चौंका दिया है। पार्टी सूत्रों की माने तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को ही इस बात का पता नहीं था कि इतनी जल्दी इन सीटों पर पार्टी प्रत्याशी घोषित कर देगी। घटिया में जहाँ पूर्व विधायक और युवा नेता सतीश मालवीय को टिकट दिया गया है, वहीं तराना से पूर्व विधायक ताराचंद गोयल को जिम्मेदारी दी गई है। यहाँ यह बताना ठीक रहेगा कि सतीश मालवीय का कार्यकाल अच्छा था और उन्हें पिछली बार भी टिकट मिलना था लेकिन जीते हुए विधायक का टिकट पार्टी ने काट दिया लेकिन इससे वे निराश नहीं हुए और 5 सालों तक घटिया क्षेत्र में सतत कार्यशील रहे जिसकी जानकारी पार्टी के आला कमान को थी और इसीलिए घटिया में सतीश मालवीय को भाजपा ने पहली सूची में ही उम्मीदवार घोषित कर दिया। यहाँ यह भी महत्वपूर्ण है कि कांग्रेस के रामलाल मालवीय तीन बार से विधायक हैं और इस बार सतीश मालवीय को कड़ी टक्कर देंगे।



ऐसे में कांग्रेस के लिए परेशानी की बात हो सकती है। इसी प्रकार महेश परमार को भी घेरने की कोशिश की जा रही है और भाजपा ने भी वहाँ प्रत्याशी घोषित कर दिया है। पिछले दिनों नागदा-खाचरौद में मुख्यमंत्री पहुँचे थे और यहाँ भी कांग्रेस के विधायक दिलीप गुर्जर को हराने के लिए भाजपा कोई भी दाँव खेलने के लिए तैयार है। नागदा को जिला बनाने की घोषणा यहाँ की जा चुकी है तथा कई तरह के विकास कार्यों की घोषणा भी हुई, ऐसे में यदि कांग्रेस की इन 3 सीटों पर उल्टा परिणाम आता है तो इसे कांग्रेस की सरकार बनाने की जो उम्मीद है उसे धक्का लग सकता है। ऐसा लग रहा है कि भाजपा के नेता अब एंटी इनकमबेन्सी लहर से निपटने के लिए कांग्रेस की जीती हुई सीटों पर दाँव खेल रहे हैं। उनका मानना है कि यदि मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों के खिलाफ जीतने की विरोधी लहर हो सकती है तो कांग्रेस के विधायकों के साथ भी यही कमजोर पक्ष होगा। ऐसे में कांग्रेस के विधायकों को हराने के लिए घटिया एवं तराना क्षेत्र में भाजपा ने उम्मीदवार घोषित किए हैं और आने वाले दिनों में जो सूची आएगी उसमें भाजपा खाचरौद-नागदा सीट पर भी प्रत्याशी घोषित करेगी। उल्लेखनीय है कि घटिया में कांग्रेस विधायक रामलाल मालवीय लगातार टिकट लाते रहे हैं और उन्हें क्षेत्र की जनता ने जीत भी दिलाई है। वे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खास समर्थक हैं। इसी प्रकार महेश परमार ने एक बार विधायक बनकर काफी तेजी दिखाई और महापौर का चुनाव भी लड़ा एवं यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें सांसद का चुनाव लड़वा सकती है। जब प्रदेश में सिंधिया के समर्थन वापस लेने से कांग्रेस की सरकार गिरी थी और कांग्रेसी विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगे थे तब महेश परमार ने सीधे मुख्यमंत्री पर करोड़ों रुपये देने और भाजपा को समर्थन देने के आरोप लगाए थे। शायद यह बात मुख्यमंत्री नहीं भूले होंगे और इसीलिए तराना में भी भाजपा खासी घेराबंदी करने की तैयारी में दिख रही है। यह आरोप लग रहा है कि महेश परमार अपने विधानसभा को छोड़कर बाहर की नेतागिरी में ज्यादा सक्रिय रहते हैं और इसकी सूचना मिलने के बाद अब तराना में ही भाजपा परमार को उलझाने के मूड में दिख रही है।

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