- जिला अस्पताल के फंगस वार्ड में 68 और आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में 20 ब्लैक फंगस पीडि़त मरीजों का चल रहा उपचार-कोरोना के 55 केस
उज्जैन। कोरोना की दूसरी लहर के शांत होते-होते जिले में अब अस्पताल में भर्ती और होम आईसोलेशन में उपचार करा रहे कोरोना मरीजों का आंकड़ा आज सुबह 55 रह गया। इसके विपरित इससे डेढ़ गुना मरीज ब्लैक फंगस के दो अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि लगभग डेढ़ महीने पहले जब उज्जैन जिले में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पीक पर थी, उस दौरान जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 3200 के पार चली गई थी। उस दौरान इनमें से लगभग 2100 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखकर उपचार किया जा रहा था। उसके बाद लगातार कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण दर घटती गई। एक जून के पहले तक उज्जैन जिले में 500 के लगभग एक्टिव मरीज रह गए थे। इसके साथ ही संक्रमण दर भी 5 प्रतिशत से नीचे आ गई थी। यही कारण रहा था कि एक जून से अनलॉक की शासन द्वारा निर्धारित गाईड लाईन के दायरे में उज्जैन प्रदेश के उन 7 जिलों में आ गया था जहाँ संक्रमण की रफ्तार 5 प्रतिशत से नीचे चली गई थी। इसके बाद भी अभी तक जिले में कोरोना पॉजीटिव रेट घटता गया और आज यह एक प्रतिशत से भी नीचे चला गया है। इसके विपरित पिछले महीने 12 जुलाई से जिले में ब्लैक फंगस के मरीज सामने आने लगे थे। तब से लेकर अब तक लगभग 180 से ज्यादा ब्लैक फंगस के केस उज्जैन में आ चुके हैं। इनमें से 120 से ज्यादा मरीजों की सर्जरी हो चुकी है, वहीं अभी भी जिला अस्पताल और आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस मरीजों का उपचार चल रहा है। मौजूदा स्थिति में कोरोना मरीजों के मुकाबले उज्जैन में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी से ज्यादा है। जिले में अभी अस्पतालों में कोरोना के 31 मरीज भर्ती हैं। जबकि 24 का होम आईसोलेशन में ईलाज चल रहा है। इधर जिला अस्पताल में ब्लैक फंगस के 68 मरीज हो गए हैं और आरडी गार्डी में 20 का उपचार किया जा रहा है। कोरोना के मुकाबले ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या कई ज्यादा है।
जिला अस्पताल में भी मरीज बढ़े
सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल ने बताया कि आज से 4 दिन पहले तक जिला अस्पताल के ब्लैक फंगस उपचार हेतु तैयार किए गए तीन अलग-अलग वार्डों में कुल 35 मरीज भर्ती थे लेकिन आज सुबह तक इनकी संख्या बढ़कर 68 तक पहुँच गई है। सभी का उपचार किया जा रहा है। मरीजों की तादाद बढऩे के सवाल पर डॉ. खंडेलवाल ने कहा कि इनमें से आधे से ज्यादा मरीज ऐसे हैं जिनकी सर्जरी हो चुकी है। सर्जरी के बाद भी इंफेक्शन पूरी तरह खत्म होने तक मरीजों को अस्पताल में रखा जाता है।
110 के ऑपरेशन सफल, अभी 20 केस
आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुधाकर वैद्य ने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीजों का पिछले डेढ़ महीने से आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के अलग वार्ड में उपचार चल रहा है। अभी तक यहाँ 130 से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 110 मरीजों की सर्जरी सफल रही है और उनकी ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी की जा चुकी है, वहीं अब यहाँ ब्लैक फंगस के 20 मरीज और भर्ती हैं जिनका उपचार और सर्जरी की जा रही है।