-राहत व बचाव कार्य में एनडीआरएफ की 4 टीम, एसडीआरएफ की 4 टीम, जिला प्रशासन व पुलिस जुटी
जोरहाट (असम)। जोरहाट जिला के निमातीघाट के पास ब्रह्मपुत्र नद में बुधवार शाम को टिपकाई नामक जहाज और एक फेरी (यंत्र चालित नाव) मां कमला के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गयी। हादसे के बाद मां कमला नामक फेरी नद में डूब गयी। माना जा रहा है कि फेरी में कुल 120 यात्री सवार थे।
नाव पर कितने लोग सवार थे, इस संबंध में कोई आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है। जिला पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बात करते हुए अनुमान जताते हुए कहा कि 75 से 80 व्यक्ति फेरी पर सवार हो सकते हैं। जबकि, अन्य सूत्रों ने बताया है कि कुल 120 लोग सवार थे।
बीच नद में हुए हादसे के बाद 42 लोगों को बचाया गया है। बचाए गये लोगों में सात बच्चे भी शामिल हैं। जिसमें एक दो माह का बच्चा भी शामिल है। हादसे में बचाये गये लोगों में चार की हालत गंभीर देख जोरहाट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जेएमसीएच) में भर्ती कराया गया। जिसमें पेशे से प्रवक्ता एक युवती की इलाज के दौरान मौत हो गयी। जबकि, तीन लोगों का जेएमसीएच में इलाज चल रहा है।
एनडीआरएफ ने बताया है कि हादसे की जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ की 12वीं बटालियन की तीन टीम तथा एनडीआरएफ की प्रथम बटालियन की एक टीम राहत और बचाव के लिए रवाना हो गयी। दो टीम मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है। जबकि एसडीआरएफ की चार टीम के अलावा जिला प्रसासन व राज्य पुलिस के जवान भी मौके पर राहत व बचाव कार्य में भरपूर सहयोग कर रहे हैं। अंधेरा होने के बावजूद एनडीआरएफ अपने विशेष प्रकाश यंत्रों के साथ मौके पर बचाव कार्य चल रही है।
दोनों फेरी पर यात्रियों के साथ ही वाहन और अन्य सामग्री के होने की जानकारी मिली है। जो नाव नद में डूबी है वह माजुली से निमातीघाट की ओर जा रही थी।
इस घटना के संबंध में राज्य के राज्यपाल प्रो जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भवेश कलिता अन्य नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
हादसे की जानकारी मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से बातकर हालात का जायजा लिया। वहीं केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने भी मुख्यमंत्री से टेलीफोन कर हालात का जायजा लिया। (एजेंसी, हि.स.)
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