- दलित और ओबीसी आरक्षण बना मुद्दा
भोपाल। प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्ग को आरक्षण का दायरा बढ़ाने की मांग लंबे समय से उठ रही है। ऐसे में उपचुनाव में आरक्षण बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों पर ओबीसी एवं दलित आरक्षण का मामला हर चुनावी सभा में उठ रहा है। खासकर भाजपा की रैलियों में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने की मांग रहे लोग पिछड़ों की भीड़ इस मांग को लेकर नारेबाजी कर रही है। जिसकी वजह से नेताओं को भाषण रोककर ज्ञापन लेना पड़ रहा है। इसी के साथ दलित आरक्षण का मुद़दा भी फिर से गर्माया हुआ है।
प्रदेश में 28 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से 11 सीट आरक्षित है। 10 सीटों पर अनुसूचित जाति के प्रत्याशी हैं। इनमें से अजा वर्ग के लिए आरक्षित छह सीट ग्वालियर-चंबल में ही हैं। इन सीटों पर दलित आरक्षण और चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। प्रमोशन में आरक्षण पर मप्र हाईकोर्ट के आदेश की वजह से रेाक लगी है, हालांकि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। दोनों दल प्रमोशन में आरक्षण को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे है। इसी के साथ पिछड़े वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण का मामला भी गर्माया हुआ है। ग्वालियर-चंबल में पिछड़ा वर्ग के अलग-अलग संगठन उपचुनाव में सक्रिय हैं। इनमें से कुछ संगठन भाजपा तो कुछ कांगे्रस के पक्ष में काम कर रहे हैं। कांग्रेस समर्थक ओबीसी संगठन भाजपा नेताओं की सभाओं में जाकर ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं। ओबीसी आरक्षण का मामला राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभाओं में उठाया जा रहा है। अभी तक पोहरी, मुरैना, ग्वालियर, गोहद, मेहगावं, दिमनी, भांडेर सीटों पर ओबीसी आरक्षण की मांग करने वालों ने भाजपा नेताओं की सभा में नारेबाजी की। जिसकी वजह से नेताओं को भाषण रोकर पिछड़ों से ज्ञापन लेना पड़ा था। चूंकि मामला कोर्ट में है, इसलिए कोई भी दल किसी तरह ऐलान नहीं कर रहा है।
दलित आरक्षण को भाजपा से नहीं कांग्रेस से है खतरा: लाल सिंह
ग्वालियर। कांग्रेस दलितों को गुमराह करती है कि भाजपा संविधान, आरक्षण खत्म कर देगी परंतु संविधान व आरक्षण को खतरा भाजपा से नही कांग्रेस से है। यह बात भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने ग्वालियर पूर्व विधानसभा में अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। लाल सिंह आर्य ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने 15 महीने में चम्बल की कई विकासशील योजनाओं को रोक लिया था। हम सभी को शत प्रतिशत मतदान पार्टी के पक्ष में करने के लिए कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रहे षडय़ंत्र से जनता को रूबरू कराना है। आर्य ने कहा कि मैं कारीगर का बेटा भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश मंत्री बन सकता हूं तो आप सभी पार्टी की विचारधारा से आगे बढ़ सकते है।