नई दिल्ली। भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड (BSNL) के ग्राहकों को भी जल्द विमान में इंटरनेट सेवाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। कंपनी ने ग्लोबल एक्प्रेस सैटेलाइट सेवाओं का लाइसेंस हासिल कर लिया है। अब भारतीय सीमा से गुजरने वाले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमानों में हाईस्पीड इंटरनेट सेवाएं शुरू की जा सकेंगी।
कंपनी ने हासिल किया सैटेलाइट सेवा का लाइसेंस
विमान में इंटरनेट सेवाओं के लिए बीएसएनएल ने ब्रिटेन की सैटेलाइट दूरसंचार कंपनी इनमारसैट से हाथ मिलाया है। इनमारसैट ने बताया कि दूरसंचार विभाग से समुद्री और हवाई रास्तों में इंटरनेट सेवाओं का लाइसेंस मिल गया है। भारतीय विमानों में ग्लोबल एक्सप्रेस के उपकरण लगाने की क्षमता है, लेकिन जहाजों को इसके लिए और उन्नत करना होगा।
बीएसएनएल अपनी सेवाएं सरकार व अन्य उपभोक्ताओं को भी देगी। स्पाइसजेट के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि हम ग्लोबल एक्सप्रेस के भारत आने पर बेहद खुश हैं। हम साल के आखिर तक अपने ग्राहकों को विमानों में इंटरनेट सेवाएं देना शुरू कर देंगे। ग्लोबल एक्सप्रेस का गेटवे यूपी के गाजियाबाद शहर में बनाया गया है।
वोडा-आइडिया ने चुना चार साल का मोरेटोरियम
कर्ज और बकाए से जूझ रही निजी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन-आइडिया ने अपने स्पेक्ट्रम शुल्क के भुगतान के लिए चार साल का मोरेटोरियम चुना है। सरकार ने पिछले दिनों यह विकल्प देते हुए 29 अक्तूबर तक फैसला करने को कहा था। कंपनी ने दूरसंचार विभाग को बताया है कि उसे स्पेक्ट्रम शुल्क भुगतान के लिए चार साल का मोरेटोरियम चाहिए। वोडा-आइडिया अगर स्पेक्ट्रम और एजीआर दोनों पर मोरेटोरियम चुनती है, तो उसे 25 हजार करोड़ की सालाना बचत होगी।