- इंदौर में ही पदस्थ रहे अफसर ने पकड़ ली बड़ी धांधली, 90 दिन में जमा करना थी राशि, अब नए सिरे से बुलवाएंगे टेंडर
इंदौर (Indore)। उज्जैन विकास प्राधिकरण (Ujjain Development Authority) को भी टोपी पहनाने से इंदौरी (Indori) जमीनी जादूगर बाज नहीं आए। आवास मेले में टेंडर के जरिए 28 आवासीय और व्यवसायिक भूखंडों (28 residential and commercial plots) को आबंटित किया गया था। मगर 90 दिन की तय समय सीमा में राशि जमा नहीं की, जिसके चलते इन भूखंडों को निरस्त करते हुए 95 लाख रुपए की धरोहर राशि भी राजसात कर ली गई। इसमें 50 करोड़ रुपए से अधिक के चार बड़े बेशकीमती भूखंड इंदौरी बिल्डर, कालोनाइजर चुघ एंड कम्पनी ने ही लिए थे। इंदौर में ही लम्बे समय तक प्रशासन और नगर निगम में पदस्थ रहे अफसर संदीप सोनी, जो कि वर्तमान में उज्जैन महाकाल मंदिर के प्रशासक और उज्जैन प्राधिकरण के सीईओ हैं, ने यह धांधली पकड़ ली और अब नए सिरे से इन 28 भूखंडों के टेंडर जारी किए जाएंगे।
इंदौर में तो सबसे अधिक जमीनी जादूगरी होती है, जिसका कोई उदाहरण प्रदेश तो छोड़, पूरे देश में देखने को नहीं मिलता। यहां तक कि प्राधिकरण, हाउसिंग बोर्ड, निगम सहित तमाम सरकारी संस्थाओं को भी ये जादूगर चूना लगाते रहे हैं और गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनें भी हड़प गए। इसी तरह का खेल इंदौरी जादूगरों ने उज्जैन में भी दिखाना चाहा। उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि 2021 में आवास मेले के दौरान 28 भूखंडों के टेंडर मंजूर किए गए थे और 90 दिन की समय सीमा में आबंटित भूखंड के बदले निर्धारित राशि जमा की जाना थी। इसमें एमआर-11 तारामंडल में भूखंड क्र. 2 और 1/2 को विवेक चुघ ने खरीदा। इसी तरह त्रिवेणी विहार के भूखंड क्र. ए-29 और सी-25 को भी विवेक चुघ की फर्म एक्सीलेंट देव बिल्ड प्रा.लि. ने लिया।
मात्र पंजीयन यानी धरोहर राशि ही जमा की और इन चारों भूखंडों की लगभग 48 करोड़ रुपए कीमत थी, जो वर्तमान में 60 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है, लेकिन आबंटन राशि जमा नहीं की गई। नतीजतन विवेक चुघ और उसकी फर्म को आबंटित चारों भूखंडों को भी निरस्त कर दिया है। उल्लेखनीय है कि विवेक इंदौर के ही चर्चित बिल्डर-कालोनाइजर मोहन चुघ का बेटा है। इंदौर में ही मोहन चुघ कई गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनों की अफरा-तफरी भी कर चुका है। जिन 28 भूखंडों को प्राधिकरण ने निरस्त किया उसमें क्षिप्रा विहार के भी कई भूखंड शामिल हैं, जो विशाल आंजना, मोहम्मद शफीक मंसूरी, अभिषेक मालवीय, निर्मला पाटीदार, धीरब सिंह, जगदीश सचदेव, कुणाल को आबंटित हुए थे, तो वसंत विहार योजना में सुमित यादव, सुनील आहूजा, मनीष, सुदीप, राजेश वेदांत खत्री, राहुल कटारे, नुपुर तिवारी, यतींदर सिंह को अलॉट हुए थे। इसी तरह त्रिवेणी विहार योजना में निधि दभाड़े, अमित भदौरिया को भूखंड मिले थे, तो एलपी भार्गव नगर योजना में विशाल बारिया, मनीष, सुदीप के दो भूखंड, वहीं क्षीर सागर कॉम्प्लेक्स में भारतसिंह बेस के भूखंड को भी निरस्त किया गया है। अब इन सभी 28 आवासीय और व्यवसायिक भूखंडों के लिए प्राधिकरण नए सिरे से नई कीमतों का निर्धारण करते हुए ऑनलाइन टेंडर जारी करेगा।
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