इंदौर में बढ़ा मेडिकल माफिया … नाम बड़े और काम खोटे…
इंदौर। पथरी (Stones) के इलाज (Treatment) के लिए अस्पताल (Hospital) में भर्ती युवती का केस बिगड़ गया। उसकी मौत हो जाने के बाद परिजन ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर दी। आरोप है कि इलाज में लापरवाही और गलत इलाज करने से मौत हुई है।
बालदा कॉलोनी (Balda Colony) की रहने वाली सलोनी ठाकुर (Saloni Thakur) को पथरी का दर्द होने के चलते शनिवार को जूनी इंदौर ब्रिज (Juni Indore Bridge) के पास स्थित वेदांत अस्पताल (Vedanta Hospital) में भर्ती कराया गया था। कल रात को उसकी तबीयत बिगड़ी। परिजन का आरोप है कि पथरी का इलाज सही से नहीं किया गया और डॉक्टर (Doctor) डायलिसिस (Dialysis) करने का कहने लगे। हालत खराब होने पर पास के आनंद अस्पताल (Anand Hospital) रैफर कर दिया। जब उनसे इलाज नहीं हो रहा था तो जब हालत सामान्य थी, तभी दूसरे अस्पताल रैफर कर देते। जब रैफर किया गया तब अस्पताल (Hospital) में मौजूद सारे डॉक्टर वहां से चले गए और कोई भी जिम्मेदार जिम्मेदारी उठाने को तैयार नहीं था। अस्पताल (Hospital) में यह भी नहीं बता रहे थे कि युवती को हुआ क्या है। इसके बाद परिजन का गुस्सा अस्पताल (Hospital) पर टूटा और रिसेप्शन (Reception) के कांच फोड़ दिए। जूनी इंदौर, भंवरकुआं, रावजी बाजार और छत्रीपुरा थाने का पुलिस बल भी मौके पर बुलाया गया। परिजन को समझाइश देकर मामला शांत किया गया। पुलिस का कहना है कि इसमें डॉक्टरों (Doctors) की लापरवाही सामने आई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Share: