मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि आज सपत्नीक जबलपुर, तिलवाराघाट स्थित दयोदय गौशाला तीर्थ पहुंचकर आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन किये और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान दयोदय गौशाला तीर्थ, तिलवाराघाट स्थित पूर्णायु आयुर्वेद चिकित्सालय का अवलोकन किया। उन्होंने तीर्थ में स्थित मंदिर में भगवान आदिनाथ की आरती कर श्रीफल चढ़ाया। साथ ही यहां के चल चरखा हाथकरघा केंद्र का अवलोकन भी किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अनेक बहनें जिनमें हमारी जनजाति की बहनें भी हैं, वे हथकरघा के माध्यम से रोजगार प्राप्त कर रही हैं। हथकरघा से बना खादी का वस्त्र ऐसा कि वो रेशम को भी मात दे रहा है। आर्थिक स्वावलंबन का आचार्य श्री ने मार्ग दिखाया है। आज उनसे आशीर्वाद लिया, मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं। उनके चरणों में प्रणाम! उन्होंने कहा कि आरोग्य के लिए 100 बिस्तर का आयुर्वेद का अस्पताल यहां पहले से चल रहा है तथा आचार्य श्री के आशीर्वाद से 800 बिस्तर का और बनने वाला है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जबलपुर में जीव दया और मानव कल्याण का संदेश देने वाले श्रेष्ठ आचार्य विद्यासागर जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें लंबी आयु दें ताकि उनका आशीर्वाद और लोककल्याण हेतु मार्गदर्शन हमें सदैव मिलता रहे।
उन्होंने कहा कि -“यया सर्वमिदं व्याप्तं जगत् स्थावरजङ्गमम्। तां धेनुं शिरसा वन्दे भूतभव्यस्य मातरम्॥” हमारी प्राचीन संस्कृति में गौमाता को विशेष स्थान प्राप्त है। इनके आसपास जाकर मुझे एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है। आज जबलपुर में सपत्नीक दयोदया संस्थान में गौमाता की सेवा की।