नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना संक्रमण के मामलों (cases of corona infection) में थोड़ी बहुत कमी जरूर दिखाई दी है, लेकिन जिला स्तर पर हालात अब भी काफी गंभीर देखने को मिल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के 400 से ज्यादा जिले (more than 400 districts of the country) रेड जोन (Red zone) में जा चुके हैं। जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in five states) किए जा रहे हैं वहां के 52 जिलों में संक्रमण काफी अधिक है।
17 से 23 जनवरी के बीच देश के प्रत्येक जिला की समीक्षा करने के बाद तैयार इस रिपोर्ट के अनुसार 403 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 फीसदी से कहीं अधिक है। यहां औसतन संक्रमण दर 17.23 फीसदी है। इससे पहले के सप्ताह में अति गंभीर श्रेणी के जिलों की संख्या 325 थी।
मंत्रालय की रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि चुनावी राज्यों में से पंजाब के 18 और मणिपुर के 12 जिलों में सबसे अधिक संक्रमण फैला है। उत्तर प्रदेश के नौ, उत्तराखंड के 11 और गोवा के दो जिले में संक्रमण दर 20 फीसदी से भी ऊपर देखने को मिली है। रेड जोन में शामिल जिलों के लिए अगले दो सप्ताह काफी मायने रखते हैं। जिला प्रशासन को भी स्थिति के बारे में जानकारी भी दी गई है।
यूपी के नौ जिलों में 11.08 से 31.07 संक्रमण दर
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अकेले उत्तराखंड में 11 जिले रेड जोन में हैं। यहां 11 से 35 फीसदी के बीच संक्रमण का फैलाव मिला है।
उत्तर प्रदेश के नौ जिलों में 11.08 से 31.07, पंजाब के 18 जिलों में 10 से 40 और मणिपुर के 12 जिलों में 10 से 27 फीसदी के बीच संक्रमण दर दर्ज की गई है।
गोवा के दो जिले दक्षिणी और उत्तरी में क्रमशः 39.02 और 45.37 फीसदी सैंपल बीते एक सप्ताह में संक्रमित मिले हैं।
होम आइसोलेशन केस बढ़ने पर फोन से परामर्श देने का काम करें राज्य
कोरोना की मौजूदा परिस्थिति में ज्यादातर मरीज घर पर ही आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे ऐसे मरीजों को समय पर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए फोन पर परामर्श व्यवस्था का विस्तार करें। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था गेम चेंजर साबित होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक में टेलीकंसल्टेशन पर जोर देने को कहा।
उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में मरीजों की निगरानी राष्ट्रीय कोरोना दिशानिर्देश के मुताबिक ही होना चाहिए। बैठक में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, चंडीगढ़ और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री शामिल हुए। मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से इस मॉडल को अपनाने का अनुरोध किया और कहा कि इससे लाभार्थियों को जिले में बैठे विशेषज्ञों से परामर्श मिलने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि सरकार की ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन व्यवस्था से 2.6 करोड़ लाभार्थियों को लाभ हुआ।
नए कोरोना संक्रमितों में 16.39 फीसदी की कमी
देश में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 17.17 फीसदी दर्ज की गई है। बीते सोमवार को देश में यह संक्रमण दर 20.7 फीसदी थी। आंकड़ों के अनुसार पिछले दिन के मुकाबले नए संक्रमितों में करीब 50 हजार (16.39 फीसदी) की कमी आई है। वहीं रविवार की तुलना में सोमवार को आठ फीसदी से अधिक की गिरावट भी देखने को मिली थी।
इससे पहले सोमवार को देश में 3,06,064 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। वहीं रविवार को 3,33,533 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। इससे एक दिन पहले शनिवार को 3.37 लाख और शुक्रवार को 3.47 लाख लोग संक्रमित मिले थे। इसी के साथ ही देश में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। वर्तमान में 22,36,842 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं।
इनके अलावा देश में अब तक 3,70,71,898 मरीज संक्रमण से ठीक हुए हैं लेकिन 4,90,462 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में अकेले केरल राज्य में ही 171 मौतें दर्ज हुई हैं। इनमें पुरानी मौतें भी शामिल हैं। इनके अलावा तमिलनाडु में 46 और पंजाब में 45 लोगों की मौत हुई है। वहीं पश्चिम बंगाल में 37 और दिल्ली में 30 मरीजों ने संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया।
Share: