विदेश

ब्रिटेन में कोरोना लॉकडाउन अंतिम चरण में, पाबंदियों और मास्क से मिलेगी छूट

 

लंदन। ब्रिटेन (Britain) के अधिकतर हिस्सों में अगले सोमवार से लॉकडाउन (Lockdown) की पाबंदियां (Lockdown Restrictions) हटा ली जाएंगी और देश के विकसित क्षेत्रों में मास्क (Mask) लगाने के लिए अलग तरीका अपनाया जाएगा. इंग्लैंड (England) में अब फेस मास्क (Face Mask Rule in England) को अनिवार्य नहीं किया जाएगा. स्कॉटलैंड (Scotland) के प्रथम मंत्री निकोला स्टर्जन (nicola sturgeon) ने मंगलवार को स्कॉटिश संसद को बताया कि जब यह क्षेत्र लॉकडाउन प्रतिबंधों के तथाकथित ‘शून्य स्तर’ पर चला जाएगा, तो ‘निरंतर सावधानी’ के लिए फेस मास्क ‘अनिवार्य’ रहेगा.

वेल्स ने पहले ही इनडोर कार्यक्रम के लिए अनिवार्य रूप से फेस मास्क लगाने की योजना की घोषणा की थी और उत्तरी आयरलैंड अगले महीने ही इस मामले पर अपनी स्थिति की समीक्षा करने वाला है. सोमवार को, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुष्टि की कि इंग्लैंड अगले सोमवार से अपने लॉकडाउन रोडमैप के अंतिम चरण में चला जाएगा, लेकिन लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया क्योंकि महामारी खत्म नहीं हुई है.


तुरंत सामान्य जीवन में वापसी संभव नहीं
जॉनसन ने कहा, “हम कानूनी प्रतिबंधों को हटाने की अपनी योजना पर टिके रहेंगे, लेकिन हम उम्मीद करते हैं और अनुशंसा करते हैं कि लोग भीड़-भाड़ वाले स्थानों में पर फेस मास्क पहनें, जहां आप उन लोगों के संपर्क में आते हैं, जिनसे आप सामान्य रूप से नहीं मिलते हैं, जैसे कि सार्वजनिक परिवहन.”

उन्होंने कहा, “हम महज सोमवार 19 जुलाई से तुरंत सामान्य जीवन में वापस नहीं आ सकते जैसा कोविड से पहले था.”

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले सोमवार तक, देश में दो-तिहाई वयस्कों को टीके की दूसरी खुराक मिल जाएगी और प्रत्येक वयस्क को पहली खुराक दी जाएगी. जॉनसन ने कहा, “हमारे यहां मामले काफी बढ़ रहे हैं– प्रति दिन 30,000 से अधिक मामले आ रहे हैं. और हम देख सकते हैं कि पूरे यूरोप में क्या हो रहा है क्योंकि वायरस का डेल्टा स्वरूप हमारे बीच फैल रहा है.” ब्रिटेन में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 34,471 नए मामले आए.

Share:

Next Post

पत्रकारिता के मापदंडों पर पश्चिमी मीडिया का दागदार चेहरा

Wed Jul 14 , 2021
– डॉ. अजय खेमरिया भारतीय जनसंचार संस्थान के एक ऑनलाइन सर्वेक्षण एवं शोध के नतीजे बताते हैं कि भारत में अधिसंख्य जागरूक लोग इस बात को समझ रहे हैं कि यूरोप, अमेरिका और अन्य देशों की मीडिया एजेंसियों ने कोरोना को लेकर अतिरंजित, गैर जिम्मेदाराना और दहशतमूलक खबरें प्रकाशित की। इन खबरों के मूल में […]