विदेश

चीन में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 से मचा हाहाकार? अस्‍पतालों से लेकर शमशान तक में लगी लाइनें

वीजिंग (Beijing)। चीन (China) के कई प्रांतों में कोरोना (corona) के नए वीरिएंट जेएन.1 (New variant JN.1) के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर चिंता जिनपिंग सरकार (jinping government) की चिंता बढ़ा दी है. अस्‍पतालों में हर तरह मरीजों की भीड़ नजर आ रही है। इस मामले को लेकर चीन की सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने लगातार एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. हवाई यात्रा करने वालों और रेल से यात्रा करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. जेएन.1 को लेकर भारत की चिंता इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि पड़ोसी चीन में इसने तबाही मचानी शुरू कर दी है.

मृतकों से भरे पड़े हैं चीन के सरकारी श्मशान
चीन के हेनान प्रांत के स्थानीय लोगों ने स्थानीय अखबारों से कोविड की स्थिति को लेकर बात की है. उन्होंने बताया है कि कोविड के कारण स्थिति कितनी खराब है. एक व्यक्ति ने दावा कि सरकारी श्मशानों में इतने अधिक मृतक लाए गए हैं कि भीड़ बढ़ गई है और श्मशानों में 24 घंटे शव जलाए जा रहे हैं. मिस्टर झाउ नाम के एक शख्श ने कहा, ‘फ्यूनरल होम में आठ श्मशान हैं. आठों श्मशानों में चौबीसों घंटे शव जलाए जा रहा है जो काफी डरावना है.’



मरने के बाद जलाने के लिए लंबा इंतजार!
मिस्टर झाउ ने कहा कि मरने के बाद भी लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है ताकि वो जलाए जा सकें.
उन्होंने कहा, ‘शव इतने ज्यादा है कि सरकारी श्मशान कम पड़ रहे हैं. पिछले तीन सालों में, कई निजी श्मशान भी खुल गए हैं और उनका व्यवसाय फल-फूल रहा है. मरने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रहा है. शव इतने ज्यादा है कि उन्हें जलाने के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है. उन्हें रेफ्रिजरेटरों में रखा जा रहा है और नंबर आने पर जलाया जा रहा है.’
सूत्रों कहना है कि चीन में फिलहाल कोरोना के 118,977 पोजिटिव मामले हैं जिनमें से 7,557 मामले बेहद गंभीर है. हालांकि, चीन में कोविड से मरने वालों की सटीक संख्या की जानकारी सामने नहीं आ पाई है.

बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच पूरे चीन में रहस्यमयी निमोनिया का प्रकोप लगातार बदतर होता जा रहा है. चीन के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांतों में से एक के निवासियों ने खुलासा किया कि इससे बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं, जिससे स्थानीय निजी अंतिम संस्कार उद्योग के व्यवसाय में एक और उछाल आया है.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार निमोनिया की यह लहर सितंबर में चीन में फैली थी. ज्यादातर बच्चों में, अक्टूबर के मध्य में तेजी से बढ़ी और नवंबर में स्थिति और खराब हो गई. इसके बाद देश भर में फैलते हुए अन्य एज ग्रुप के लोगों में भी फैल गई.
सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने इस प्रकोप के लिए इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, श्वसन सिंकिटियल वायरस, राइनोवायरस और अन्य श्वसन संक्रमणों को जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात से आश्वस्त नहीं थे कि इसका प्रकोप COVID-19 से संबंधित नहीं है. CCP ने दिसंबर के मध्य में स्वीकार किया कि एक अधिक संक्रामक कोविड-19 वेरिएंट JN.1 चीन में कुछ दिनों से कहर बरपा रहा है.

हेनान प्रांत के नानयांग शहर के एक निवासी ने कहा कि कई स्थानीय लोग बुखार और सर्दी से पीड़ित हैं, और सभी स्थानीय अस्पताल भरे हुए हैं. जहां कई बच्चे संक्रमित हुए हैं, वहीं अधिक बुजुर्ग लोग निमोनिया से मर गए हैं. इसके अलावा कोरोना भी कहर ढा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें वीचैट समूहों से पता चला कि हेनान में एक 53 वर्षीय महिला शिक्षक अचानक गिर गईं और उनकी मृत्यु हो गई, और एक 49 वर्षीय व्यक्ति की भी उसी तरह मृत्यु हो गई, उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मौतें सोशल मीडिया पर सबसे अधिक वायरल हैं.

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