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पिता की अस्थियां नदी में विसर्जित करने आई थी बेटियां, मजबूरी में खानी पड़ी पापा की राख

ब्रिस्टल। उम्र चाहे जो भी हो माँ बाप के बिना जीना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन यह इस दुनिया का एक कड़वा सत्य है कि जो जनम लेता है उसकी मृत्यु निश्चित ही होती है। किसी भी इंसान की मृत्यु के बाद यह परंपरा होती है कि उसका अंतिम संस्कार करने के बाद उसकी अस्थियो को नदी में विसर्जित किया जाता है। लेकिन एक ऐसी अजीबोगरीब घटना सामने आई है जहा दो बेटियों को अपने ही पिता की अस्थिया कल्हनी पड़ी। दरअसल मामला है यूके का है जहा ब्रिस्टल (Bristol) में रहने वाली दो बहनों (28 साल की बेले हेनरी (Belle Henry) और 22 साल की टाइला हॉल्स (Tyla Halls)) ने अपने पिता को खो दिया। पिछले साल अक्टूबर में दोनों के पिता (47 साल) मार्क हॉल्स (Mark Halls) अचानक उनके पिता की मौत हो गई थी। हालांकि इसके बाद से बेटियों ने पिता की अस्थियां संभाल कर रखी हुई थी। लेकिन अब एक साल के बाद दोनों ने अपने पिता की अस्थियां नदी में विसर्जित करने का फैसला किया। हाल ही में दोनों इन्हें विसर्जित करने के लिए ब्रिस्टल चैनल पहुंचे। वहां जैसे ही उन्होंने कलश को नदी के पानी में डालने के लिए पलटा तेज हवा चलने लगी।जिसका नतीजा यह हुआ कि सारी राख दोनों बेटियों के मुंह के ऊपर ही आ गई. नतीजा आधी राख उनके मुंह के अंदर और बाकी चेहरे पर।


बेटियों ने पहले अपने पिता की आखिरी विदाई को रिकॉर्ड करने के लिए ये वीडियो बनाना शुरू किया था। लेकिन इस घटना के बाद उन्होंने इसे बेहद पॉजिटिव तरीके से लोगों के साथ शेयर किया। बेले ने बताया कि उसके पिता काफी हंसमुख स्वभाव के थे। ऐसे में अपनी आखिरी विदाई वो बोरिंग कैसे होने देते? शायद यही वजह है कि जाते-जाते भी उन्होंने अपनी बेटियों को हंसा दिया। इसका वीडियो बहनों ने जब टिकटोक पर अपलोड किया तो ये वायरल हो गया। हालांकि, बहनों को ये डर था कि कहीं लोग उन्हें पिता की लाश खाने वाली बहनों के नाम से ना जानने लगें।

बता दें कि विदेशों में ज्यादातर लाशों को दफनाया जाता है। लेकिन कोविड की वजह से कई देशों ने लाशों को जलाने का फैसला किया था। वहां भी कुछ परिवार अपनों का अंतिम संस्कार पानी में अस्थियां विसर्जित कर करते हैं। माना जाता है कि इससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है।

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