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मप्र में भी लाउडस्पीकर पर रोक की मांग, इंदौर में लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा

– पवैया के बाद भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने उठाई मांग

भोपाल। उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र (Uttar Pradesh and Maharashtra) में धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकरों (Loudspeakers in religious places) को लेकर बवाल मचा हुआ है। इसी बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भी धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकरों पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया के बाद धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक लगाने को लेकर भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और चांचौड़ा से कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के बयान सामने आए हैं।

भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोई भी पूजा पद्धति के माध्यम से किसी को अशांत (डिस्टर्ब) करता है, तो यह षडयंत्र है, इसे रोका जाना चाहिए। साध्वी ने कहा कि साधु-संन्यासी ध्यान साधना करते हैं, लोग भगवान की पूजा करते हैं, लेकिन किसी को डिस्टर्ब नहीं करते। देश में सिर्फ एक सनातन धर्म है। देश के खिलाफ काम करने वाले षडयंत्रकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वे किसी भी वर्ग के हों।


उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अपने कार्यकाल में कांग्रेस ने एक पक्ष को बढ़ावा दिया है। भोपाल में एक पक्ष के लोगों ने अतिक्रमण किया है और उन्हें हटाने जाओ तो बवंडर करते हैं। भारत में सबको रहने की इजाजत है, लेकिन षडयंत्रकारियों को नहीं। उज्जैन में एक शिक्षक ने भगवा को आतंकवाद कहा, इस पर साध्वी ने कहा कि शिक्षक को निलंबित करना एक प्रक्रिया है, लेकिन ऐसे लोगों की मानसिकता को समझना जरूरी है। उन पर निगाह रखना चाहिए। उन्होंने कहा भगवा को आतंकवाद कांग्रेस ने कहा है। जो भी भारत में भगवा के खिलाफ जाएगा, उसे दंड मिलेगा।

वहीं, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अनुज एवं कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट किया है कि लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाना अच्छा निर्णय होगा। दंगे भी नहीं होंगे, जनता को राहत मिलेगी। न तो राम बहरे हैं और न ही अल्लाह। जो शक्तियां दुनिया को पालती हैं, उन्हें कुछ ‘मूर्ख” क्या सुनाएंगे और सिखाएंगे?

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने बंदिशें लगा दी हैं। महाराष्ट्र में भी धार्मिक स्थलों को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। इसी बीच एक दिन पहले यानी शनिवार को बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और महाराष्ट्र भाजपा के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने भी उत्तरप्रदेश की तर्ज पर मध्य प्रदेश में यह मांग उठाई थी।

उन्होंने कहा था कि जब मजहब के नाम पर कुछ लोग नियम-कानून को खूंटी पर टांगकर अपना विशेषाधिकार मानकर दादागीरी करते हैं, तब समाज में विषमता और तनाव पैदा होता है।

लाउड स्पीकर मामले में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इस विषय पर आपसी सहमति से काम होना चाहिए। हर बात के लिए कानून बनाना जरूरी तो नहीं है। कुछ काम आपसी सहमति और समझ से भी किए जा सकते हैं। समाज की आवश्यकता क्या है और क्या नहीं है। इस पर विचार होना चाहिए।

हिंदू संगठनों ने कहा- जब अजान होगी, मंदिरों में करेंगे रामधुन
धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर उत्तर प्रदेश में लगी पाबंदी के बाद मध्य प्रदेश में इस पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है। इसके साथ ही इंदौर में मंदिरों में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पाठ की शुरुआत भी हो गई है। रविवार को चंद्रभागा स्थित प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर में शाम 6 बजे तक 4 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।

हिंदूवादी संगठनों ने जल्द ही अन्य मंदिरों में भी लाउडस्पीकर लगाने का ऐलान किया है। इस मामले में हिंदू संगठनों का कहना है कि जब मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ी जाएगी, तभी हम हनुमान चालीसा और रामधुन का पाठ करेंगे। इस दौरान 3 बार रामधुन और 2 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा।

इस बारे में हिंदवी स्वराज संगठन के संयोजक एडवोकेट अमित पांडेय ने कहा कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान पर रोक लगाने की मुहिम काफी समय से चलाई जा रही है। इस मामले में पुलिस को भी आवेदन दिया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अब मस्जिदों से जब-जब अजान पढ़ी जाएगी, तभी हम भी हनुमान चालीसा, रामधुन का पाठ करेंगे। शहर के सभी मंदिरों में जहां लाउडस्पीकर नहीं लगे है। वहां भी लाउडस्पीकर लगवाए जाएंगे। ये लाउडस्पीकर सभी हिंदूवादी संगठनों, मंदिर समितियों और निजी सहयोग से लगवाए जाएंगे।

प्राचीन है खेड़ापति हनुमान मंदिर
मंदिर से जुड़े दीपक बिरथरे ने बताया कि खेड़ापति हनुमान मंदिर काफी पुराना है। यहां रोजाना सुबह 9 बजे और शाम को 8 बजे भगवान की आरती होती है। मंदिर में 5 टाइम लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा, रामधुन का पाठ और आरती की जाएगी।

रहवासी संगठन भी कर चुके हैं शिकायत
इंदौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रहवासी संगठन और रहवासियों ने जनवरी व फरवरी महीने में मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर्स को हटाने के लिए आवेदन दिए थे। इसमें कहा गया था कि ये लाउडस्पीकर बिना अनुमति के अवैध रूप से बज रहे हैं। इससे पब्लिक न्यूसेंस और ध्वनि प्रदूषण होता है। स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव के कारण भी इसे हटाने के लिए कहा गया था। (एजेंसी, हि.स.)

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