इंदौर में आज नगर निगम के अफ़सरों और कर्मचारियों ने अमानवीयता की हद कर दी। निगम के कर्मचारी आज स्वच्छता अभियान के तहत शहर के कुछ इलाकों में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर रह रहे लोगों को हटाने में जुटा था। इसी के तहत इन कर्मचारियों ने एक स्थान से जब कुछ लोगों को हटाया तो उसमें कुछ बुजुर्ग भी शामिल थे। इन बुजुर्गों को निगम के एक वाहन में भरकर कर्मचारी शिप्रा में छोड़ने जा रहे थे। इन कर्मचारियों द्वारा जब उन बुजुर्गों को शिप्रा की सड़कों पर छोड़ा जा रहा था तभी गाँव के कुछ लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने कर्मचारियों की इन हरकतों का विरोध करना शुरू कर दिया इनमें से ये कुछ बुजुर्ग तो खड़े रहने लायक भी नहीं थे। ऐसे बुजुर्गों को निगम कर्मी उठा उठाकर सड़कों पर फेंक रहे थे।गाँव वालों ने निगम की इस हरकत का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया जब यह वीडियो इंदौर के भाजपा नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल एक्शन लेते हुए नगर निगम उपायुक्त प्रताप सोलंकी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दे दिए। प्रताप सोलंकी को भोपाल में नगरीय विकास संचालनालय अटैच किया गया है ।
इस घटना के समय मौजूद नगर निगम के *दो कर्मचारियों को भी बर्खास्त* करने के निर्देश दिए गये ।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कलेक्टर इंदौर को निर्देश दिए कि बुजुर्गों की समुचित देखभाल की जाए ।