नई दिल्ली: भारत में लोन भले ही महंगा हो गया हो लेकिन उसकी मांग में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है. एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा है कंपनियां 71 अरब डॉलर की लोन पाइपलाइन का लगातार लाभ उठा रही हैं. उन्होंने कहा है कि यह भारत की अर्थव्यवस्था के गति पकड़ने का संकेत है. ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में खारा ने कहा कि 2 साल की सुस्ती के बाद लोन ग्रोथ मजबूत रहने का अनुमान दिख रहा है. उनका कहना है कि अगर मॉनसून अच्छा रहता है तो हालात और बेहतर होंगे.
3 साल में सर्वाधिक लोन ग्रोथ का अनुमान
दिनेश खारा ने कहा है कि भारत के 120 लाख करोड़ रुपये के बैंकिंग सिस्टम में लोन ग्रोथ तीन साल में सबसे अधिक रहने का अनुमान है. उन्होंने कहा है कि टर्म लोन हो या वर्किंग कैपिटल लोन डिमांड लगातार बढ़ रही है. आयरन व स्टील उद्योगों में क्षमता का 100 फीसदी उपयोग हो रहा है. बता दें कि भारत में पिछले कुछ महीनों में बैंकों ने लोन की ब्याज दर कई बार बढ़ा दी है. ऐसा आरबीआई द्वारा रेपो रेट में वृद्धि के मद्देनजर किया गया है. हालांकि, इसके बावजूद कर्ज लेने वालों की संख्या बढ़ रही है.
कैपिटल बेस बढ़ाएगा एसबीआई
खारा ने कहा है कि अधिक लोन मुहैया कराने के लिए बैंक को अपना कैपिटल बेस बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा है कि इसके लिए बैंक बॉन्ड बेचेगा. बैंक का कुल कैपिटल बफर फिलहाल 13.8 फीसदी है जो भारत के बड़े कर्जदाताओं में से सबसे कम है. बैंक के निवेशित लाभ में गिरावट एक चुनौती है. यील्ड्स में मजबूती से डेट होल्डिंग्स की कीमतों में गिरावट आ रही है. बैंक के पास फिलहाल 7 लाख करोड़ की सरकारी सिक्योरिटीज हैं.
शेयरों की स्थिति
दिनेश खारा पिछले 21 महीनों से बैंक की अगुआई कर रहे हैं और इस बीच एसबीआई के शेयर बीएसई पर 150 फीसदी तक ऊपर जा चुके हैं. एसबीआई ने इस दौरान बीएसई के बैंकएक्स सूचकांक में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. बैंक के शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 1 फीसदी से थोड़ी अधिक गिरावट के साथ 461.80 रुपये पर बंद हुए.