उज्जैन। देश-प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धनतेरस पर्व (Dhanteras festival) शनिवार को मनाया जा रहा है। लेकिन विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर (Jyotirlinga Mahakal Temple) में रविवार को धनतेरस (Dhanteras festival) का पूजन होगा और दीपोत्सव की शुरुआत की जाएगी। पुरोहित समिति द्वारा रविवार को धनतेरस पर देश में सुख समृद्धि व आरोग्यता के लिए भगवान महाकाल (Lord Mahakal) की महापूजा की जाएगी। वहीं, सोमवार को तड़के भस्म आरती के दौरान दीपावली मनाई जाएगी। भगवान महाकाल को अन्नकूट लगाकर फुलझड़ी से आरती की जाएगी। बुधवार को कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा पर मंदिर में गोवर्धन पूजा तथा चिंतामन स्थित गोशाला में गायों की पूजा होगी।
महाकाल मंदिर की परंपरा अनुसार धनतेरस पर पुरोहित समिति द्वारा भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की जाती है। इस संबंध में पुरोहित समिति के अध्यक्ष पं.अशोक शर्मा ने हिन्दुस्थान समाचार ने कहा कि रविवार को सुबह 9.30 बजे कलेक्टर आशीषसिंह व प्रशासक संदीपकुमार सोनी के आतिथ्य में भगवान महाकाल की पूजा होगी। देश में सुख और समृद्धि बनी रहे, इसलिए महापूजा में भगवान को चांदी का सिक्का अर्पित किया जाएगा। वहीं, सोमवार को तड़के चार बजे भस्म आरती में दीपावली मनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि पुजारी भगवान को केसर चंदन का उबटन लगाकर गर्म जल से स्नान कराएंगे। इसके बाद सोने, चांदी के आभूषण व नवीन वस्त्र धारण कराकर दिव्य श्रृंगार किया जाएगा। भगवान को अन्नाकूट में विभिन्न प्रकार के पकवानों का भोग लगाकर फुलझड़ी से आरती की जाएगी। शाम को 6.30 बजे संध्या आरती में भी फुलझड़ी जलाई जाएगी।
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