- दुबई सरकार ने जो टेस्ट रिपोर्ट मांगी प्रदेश में उसके उपकरण ही नहीं
- फ्लाइट से छह घंटे पहले रैपिड पीसीआर टेस्ट एक्युला या एबॉट पद्धति से करना अनिवार्य किया, लेकिन प्रदेश में इन टेस्ट के उपकरण ही नहीं
इंदौर। इंदौर (Indore)से 1 सितंबर से दुबई (Dubai) उड़ान शुरू होना मुश्किल नजर आ रहा है। दुबई सरकार (Dubai Government) ने बाहर से आने वाले यात्रियों (passenger)के लिए जो टेस्ट रिपोर्ट (Test Report) मांगी है और उसे जिस पद्धति से किए जाने की अनिवार्यता की है, उसके उपकरण इंदौर (Indore) सहित पूरे प्रदेश में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में बिना रिपोर्ट (Report) के एयर इंडिया (Airindia) यात्रियों (Passenger) को नहीं ले जा पाएगी, जिससे उड़ान के शुरू होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दुबई सरकार द्वारा मांगी गई रिपोर्ट और उसकी पद्धति का खुलासा बुधवार को एयर इंडिया द्वारा दुबई एयरपोर्ट से इस संबंध में मांगी गई जानकारी में हुआ। पहले दुबई सरकार द्वारा बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए जो नियम जारी किए गए थे, उसमें कहा गया था कि यात्री के पास नेगेटिव (negative) आरटीपीसीआर (RTPCR) रिपोर्ट होना चाहिए, जो 48 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो, वहीं एक नेगेटिव रैपिड पीसीआर रिपोर्ट होना चाहिए, जो फ्लाइट के समय से 6 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होना चाहिए। फ्लाइट की घोषणा के तुरंत बाद ‘अग्निबाण’ ने इंदौर (Indore) में रैपिड पीसीआर टेस्ट (Rapid PCR Test) की पर्याप्त उपलब्धता न होने का मुद्दा उठाया था। इसके बाद एयर इंडिया ने दुबई एयरपोर्ट (Airport)से इस संबंध में जानकारी मांगी थी। इस पर दुबई एयरपोर्ट से जो जानकारी आई है, उसके बाद इस फ्लाइट के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं। दुबई से आई जानकारी के मुताबिक बाहर से दुबई आने वाले यात्रियों को जो 6 घंटे पुरानी रैपिड पीसीआर रिपोर्ट साथ लाना है, उसका टेस्ट एक्युला या एबॉट पद्धति से किया होना जरूरी है। लेकिन इस पद्धति से टेस्ट के लिए जो उपकरण जरूरी हैं वह इंदौर सहित पूरे मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) की किसी भी लैब के पास मौजूद नहीं हैं।
एयरपोर्ट प्रबंधन ने लैब को भेजे टेंडर
दुबई (dubai) से आई जानकारी के बाद एयरपोर्ट प्रबंधन ने शहर की सभी प्रमुख निजी और शासकीय लैब को एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच के लिए काउंटर शुरू करने के लिए टेंडर भेजा है। इसमें एक्युला या एबॉट पद्धति से टेस्ट की अनिवार्यता को प्रमुखता से दर्शाया भी है। इसके बाद शहर की सभी लैब ने इस टेस्ट में अपनी असमर्थता जताई है।
देश में 2885 लैब, लेकिन ये पद्धति 20 से भी कम में मौजूद
सोडानी लैब के सीईओ अनुराग सोडानी ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से मेल पर टेंडर डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिसमें रैपिड पीसीआर टेस्ट एक्युला या एबॉट पद्धति से किए जाने की बात कही है। लेकिन इंदौर सहित पूरे मध्यप्रदेश में किसी भी लैब के पास उक्त पद्धति से टेस्ट करने के लिए उपकरण ही मौजूद नहीं हैं।
हैंडहेल्ड डिवाइस की तरह के उपकरण
सीईओ सोडानी (CEO Sodani) ने बताया कि एक्युला या एबॉट पद्धति से होने वाला टेस्ट भी कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट की तरह ही होता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया और उपकरण अलग होते हैं। ये पोर्टेबल हैंडहेल्ड डिवाइस होती है, जिसमें सैंपल डालने पर 20 मिनट में रिपोर्ट आती है।
एयर इंडिया ने शुरू करने के बाद बंद की इंदौर-दुबई फ्लाइट की बुकिंग
इन सभी संशय को देखते हुए ही एयर इंडिया ने इंदौर-दुबई फ्लाइट की बुकिंग शुरू की और 9 सीट बुक होने के बाद दोबारा बंद कर दी। एयर इंडिया ने एयरपोर्ट प्रबंधन से इस संबंध में जानकारी मांगी है कि दुबई सरकार द्वारा मांगी गई जांच की व्यवस्था एयरपोर्ट पर हो पाएगी या नहीं, ताकि बुकिंग शुरू की जा सके। इस पर प्रबंधन ने दो दिन का समय मांगा है। ऐसी स्थिति में इस फ्लाइट का 1 सितंबर से शुरू होना मुश्किल नजर आ रहा है। कंपनी ने दुबई-इंदौर फ्लाइट की बुकिंग जरूर शुरू कर दी है, लेकिन अगर इंदौर से फ्लाइट नहीं चलती है तो दुबई से भी इस फ्लाइट का चलना संभव नहीं है।