इंदौर न्यूज़ (Indore News)

राधा स्वामी केयर सेंटर में मरीजों को भर्ती कराने के चक्कर में कर रहे विवाद, कईयों को केयर सेंटर की जानकारी ही नहीं

 

इन्दौर। राधास्वामी कोविड केयर सेंटर (Radhaswami Covid Gacare Center) शुरू होने के बाद यहां बाहर मरीजों की भीड़ लगने लगी है। लोगों को लग रहा है कि यहां मरीजों की सीधी भर्ती की जा रही है, लेकिन जब गेट पर खड़े लोग उन्हें वहां से जाने का कहते हैं तो विवाद हो जाता है।


खंडवा रोड स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास में बने कोविड केयर सेंटर को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पहले ही भर्ती की प्रक्रिया बता चुका है। बावजूद इसके कुछ लोग सीधे ही यहां मरीजों को भर्ती कराने के लिए पहुंच रहे हैं। यहां मुख्य द्वार पर ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों की ड्यूटी लगाई गई है। कई बार यहां विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है, जब मरीज के परिजन अपने मरीज को यहां गंभीर अवस्था में भर्ती कराने आ जाते हैं। उन्हें समझाया जाता है कि यहां रैपिड रिस्पांस टीम (Rapid Response Team) ही मरीजों को भर्ती करा सकेगे तो भी वे नहीं मानते। हालांकि प्रशासन ने इस परिसर को कोविड केयर सेंटर (Covid care Center) बनाया है और यहां केवल उन मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जो गंभीर नहीं है और एसिप्टोमेटिक है। इसके साथ ही जिनके घरों में होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है, उन्हें भी आरआरटीम यहां रैफर कर सकती है। बावजूद इसके लोग सीधे यहां पहुंच रहे हैं। कई लोगों को भ्रांति हो गई है कि यहां सीधे ही मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। यहां ग्रामीण क्षेत्र से भी अधिकांश लोग आ रहे हैं।


राधास्वामी कोविड सेंटर में हर चार घंटे में हटाया जा रहा है मेडिकल वेस्ट
राधास्वामी कोविड सेंटर (Radhaswami Covid care Center)में सफाई व्यवस्था का बेहतर इंतजाम करने के लिए निगम (Corporation) की टीमें वहां हर चार घंटे में मेडिकल वेस्ट (Medical Waste) हटाने से लेकर डस्टबीन खाली करने की कार्रवाइयां कर रही है, ताकि वहां संक्रमण फैलने की कोई गुंजाइश नहीं रहे। इसके अलावा वहां हर 6 से 7 घंटे बाद सपाई अभियान चलाया जाता है, इशके लिए कई सफाईकर्मियों को वहां तैनाती स्थायी रूप से कर दी गई है। नगर निगम (municipal Corporation) स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आंतरिक क्षेत्र में सारी व्यवस्थाएं बेहतर करने के साथ सेंटर के बाहरी हिस्सों में व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के लिए पंद्रह से ज्यादा सफाई कामगारों की टीमें वहां अलग अलग शिफ्टों में तैनात रहती है, ताकि परिसर में कचरा या गंदगी नजर न आए। जगह जगह निगम द्वरा लिटरबीन लगाए गए हैं और उन्हें कुछ घंटों के दौरान खाली भी कर दिया जाता है। सेंटर से बड़े पैमाने पर निकलने वाले मेडिकल वेस्ट को वहां से हटाने के लिए निगम के वाहन हर चार घंटे बाद पहुंच रहे हैं, ताकि मेडिकल वेस्ट (Medical Waste) वहां जमा न हो। निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वहां पूरे क्षेत्र की मानीटरिंग कर रहे हैं।

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