इंदौर न्यूज़ (Indore News)

900 से अधिक जीनोम सैंपल भेजे, रिपोर्ट के पते नहीं

इन्दौर।  कोरोना वायरस (Corona virus) लगातार म्यूटेड हो रहा है, जिसके चलते उसके अलग-अलग स्ट्रेन (strain) सामने आ रहे हैं। अभी देश में ही अलग-अलग राज्यों में इसी तरह के स्ट्रेन (strain) मिले हैं। तेजी से जहां संक्रमण (infection) फैल रहा है, वहीं बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी हो रही है। इंदौर से भी 200 से अधिक जीनोम स्क्रीनिंग के सैम्पल लेकर पुणे और दिल्ली की लैबों में भिजवाए गए थे, ताकि पता चल सके कि कौन-सा स्ट्रेन (strain) यहां संक्रमित कर रहा है, लेकिन इतने दिनों के बाद भी इन सैम्पलों की रिपोर्ट के अते-पते नहीं हैं और इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज को भी इन रिपोर्टों का इंतजार है। 200 सैम्पल पहले नई दिल्ली की लैब और फिर 35 सैम्पल पुणे की लैब में भिजवाए गए थे।


इस बार का कोरोना वायरस (Corona virus) अधिक घातक साबित हो रहा है, जो तेजी से संक्रमण (infection) तो फैला ही रहा है, वहीं कई मरीजों को ऑक्सीजन, इंजेक्शन और बेड की आवश्यकता पड़ रही है। जबकि पहली वेव में अधिकांश मरीज आसानी से स्वस्थ हो रहे थे और आईसीयू से लेकर वेंटिलेटर तक खाली पड़े थे, लेकिन अब यह स्थिति है कि कई मरीजों को एकाएक ही ऑक्सीजन और इंजेक्शनों की आवश्यकता पडऩे लगी है, जिसके चलते इंदौर में कौन-सा स्ट्रैन लोगों को संक्रमित करने के साथ मौत के मुंह में ले जा रहा है इसकी जांच के लिए 200 से अधिक जीनोम स्क्रीनिंग सैम्पल बाहरी लैब भिजवाए गए थे। 200 सैम्पल नई दिल्ली (New Delhi)की नेशनल सेंटर फॉर डिसिस कंट्रोल को और 35 सैम्पल पुणे ( Pune) की जीनोम इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब (virology lab) को भिजवाए गए थे, मगर इनमें से एक भी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी है। अभी उन मरीजों की संख्या भी सामने आ रही है, जिन्होंने वैक्सीन लगवाई। हालांकि उन्हें अधिक नुकसान नहीं उठाना पड़ रहा है, जिसके चलते वैक्सीनेशन पर भी लोगों का भी भरोसा बढऩे लगा है। 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी वैक्सीन (Vaccine) लगना शुरू हो जाएगी। वहीं दूसरी तरफ तेजी से फैल रहे संक्रमण और कोरोना वायरस (Corona virus)  के स्ट्रैन (strain)  को पता लगाने के प्रयास में भी विशेषज्ञ-डॉक्टर जुटे हैं। एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित के मुताबिक पिछले दिनों ऐसे लगभग 200 सैम्पल जांच के लिए नेशनल सेंटर फॉर डिसिस कंट्रोल नई दिल्ली भेजे गए थे। वहीं अभी फिर 35 सेम्पल उन लोगों के लिए गए जिन्हें दूसरा डोज भी लग गया और उसके बावजूद वे संक्रमित हुए हैं। इन सैम्पलों को पुणे की जीनोम इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब (virology lab) में भेजा गया है। हालांकि अभी इनकी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। हालांकि देश के कुछ हिस्सों में इस तरह की जीनोम स्क्रीनिंग सैम्पलों की जांच करवाई गई है, जिनमें ब्रिटेन से लेकर अफ्रीकी और अन्य म्यूटेड (muted) हुए वायरस की जानकारी सामने आई है। लेकिन इंदौर में एकाएक संक्रमण किस स्ट्रेन के कारण इतना तेजी से फैला और घातक साबित हो रहा है उसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार ही चल रहा है, जबकि सैम्पलों को भेजे काफी दिन हो चुके हैं। दरअसल देश में इस तरह की सैम्पल की जांच के लिए सीमित लैब ही हैं।

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