एक सप्ताह पहले ही नया सिस्टम लगाया था, अब काम नहीं कर रहा
इन्दौर। एयरपोर्ट के अराइवल गेट के बाहर लगाया गया सोशल डिस्टेंसिंग सिस्टम एक सप्ताह में ही फेल हो गया और रैलिंग लांघकर लोग गेट तक पहुंचने लगे। इनमें ऑटो रिक्शा और कार-टैक्सी वाले शामिल हैं, जो सवारी के चक्कर में अंदर तक घुस आते हैं। इन्हें न तो सीआईएसएफ वाले रोक पा रहे हैं और न ही एयरपोर्ट प्रबंधन।
इन्दौर एयरपोर्ट पर मात्र 7 उड़ानों का आवागमन हो रहा है। इन उड़ानों से आने वाले यात्रियों को लेने परिजन अराइवल गेट तक आ जाते हैं और जब एक साथ दो फ्लाइट आ जाती हैं तो गेट पर भीड़ हो जाती है। यात्रियों को लेने आए परिजन और ऑटो रिक्शा तथा कार टैक्सी वाले इतनी भीड़ लगा लेते हैं कि यात्री बाहर ही नहीं निकल पाते। इन सबसे बचने के लिए एयरपोर्ट डायरेक्टर अर्यमा सान्याल ने अराइवल और डिपार्चर गेट के बाहर सेंसर लगाए थे, जिससे अगर अराइवल गेट पर कोई भी व्यक्ति रैलिंग के पास जाने की कोशिश करने लगेगा तो अलार्म बज जाएगा। हालांकि ये सिस्टम भी फेल हो गया और लोग रैलिंग के पास तो क्या रैलिंग के पार जाकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। विमान से आने वाले यात्री और टैक्सी वाले भी आपस में गुत्थमगुत्था हो जाते हैं, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इनको रोकने के लिए यहां सीआईएसएफ के जवान तैनात किए गए थे, लेकिन यहां गेट पर एक जवान के अलावा कोई नजर नहीं आता। कोविड-19 की गाइड लाइन में भीड़ के लिहाज से एयरपोर्ट को भी संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है, लेकिन इन्दौर में नियमों का मखौल सरेआम उड़ाया जा रहा है।