हर महीने ट्रांसजेंडर और दिव्यांग कराएंगे अधिकारियों को कर्तव्य बोध
इंदौर। दिव्यांग कलाकार, ट्रांस जेंडर (Divyang Artist, Transgender) को ना केवल अब अपन ेहुनर का प्रदर्शन करने का मौका मिल सकेगा, बल्कि तरह तरह की प्रस्तुतियां देकर अधिकारियों को उनके कर्तव्य का भी बोध करा सकेंगे। नुक्कड़ नाटक खेलेंगे और डांस की प्रस्तुतियां भी दी जाएगी।
कलेक्टर (Collector) की पहल पर हर महीने ट्रांसजेंडर, दिव्यांग और ऐसे आर्टिस्ट, जो हुनरमंद है, लेकिन उन्हें आगे बढऩे का मौका नहीं मिल पाया। वे कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रस्तुति देंगे। प्रशासनिक संकुल में प्रति माह की 1 तारीख को होने वाले राष्ट्रीय गान में कभी दिव्यांग कलाकार, तो कभी ट्रांस जेंडर भी शामिल होंगे। कलेक्टर ने इंदौर शहर में संचालित हो रही संस्थाओं को निर्देश दिए हैं कि वे अपने संस्थानों में निवासरत दिव्यांग बच्चों के हुनर को तराशे, ताकि वे अपने शौक को ही कमाई का जरिया भी बना सके।
एक पंथ दो काज
ज्ञात हो कि अधिकारियों में कर्तव्य निष्ठा और देशभक्ति का जज्बा जगाने के लिए प्रतिमाह 1 तारीख को राष्ट्रगान की प्रक्रिया रखी गई है, लेकिन कई कर्मचारी बहाने बनाकर इस आयोजन से भी किनारा कर रहे हैं। नोटिस थमाए जाने के बावजूद भी काम की व्यस्तता का बहाना बनाकर अधिकारी और कर्मचारी उक्त प्रक्रिया से बचने की कोशिश करते है, जिसे देखते हुए कलेक्टर ने ये नई पहल की है । 1 अगस्त को अनुभूति विजन सेवा संस्था के बौद्धिक, मल्टीपल डिसेबिलिटी के बच्चों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। एक पंथ दो काज की थीम पर काम करते हुए अधिकारियों का प्रयास है कि इन दिव्यांगों का जज्बा देख कर्मचारियों में भी कर्तव्य निष्ठा जागे।
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