भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) ने कहा है कि जनजातीय विकास कार्यो (Tribal Development Works) और चुनौतियों के विषयों पर विश्वविद्यालय शोध कार्य (university research work) करायें। जनजातीय विकास कार्यक्रमों (Tribal Development Programs) और योजनाओं के प्रति जन-जागरण के कार्य किए जाएँ। विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि समुदाय के बीच जाकर शिक्षा, स्वास्थ्य आदि विषयों पर चर्चा करें। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठानें के लिए प्रेरित करें। राज्यपाल पटेल आज राजभवन में आयोजित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकटंक की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जनजातीय समाज में सिकल सैल रोग के उन्मूलन के प्रयासों में विश्वविद्यालय सहयोग करें। रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की जानकारी एकत्र कर, उपलब्धता के प्रयास किए जायें। समुदाय में रोग से बचाव और उपचार के प्रयासों की जानकारी प्रसारित करने के कार्य किए जाएँ। विश्वविद्यालय द्वारा गाँवों में जाकर ग्रामीणों के बीच उनके विकास और अधिकार के संबंध में जानकारी प्रदान करने की व्यवस्था की जाए। जनजातीय समुदाय में उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि भू-अधिकार प्रमाण-पत्र वितरण कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के साथ प्राध्यापकों को भी शामिल होना चाहिए। विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत किए जा रहे कार्यों का अध्ययन कराने की पहल करें। उन्होंने कहा कि समय के अनुसार व्यवस्थाओं में सुधार प्रगति का प्रतीक होता है। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जानें चाहिए।
बैठक में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, कुलपति इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक प्रो. प्रकाशमणि त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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