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सीरम इंस्टीट्यूट के संचालक डॉ. सुरेश जाधव का निधन, कोविशील्ड बनाने में रहा है महत्वपूर्ण योगदान

नई दिल्‍ली। सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) के कार्यकारी संचालक डॉ. सुरेश जाधव का निधन हो गया। डॉ. जाधव का कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (corona vaccine coveshield) बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 72 वर्षीय जाधव की पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। आज यानी बुधवार को पुणे के सह्याद्री अस्पताल में उनका निधन हो गया।

वे पुणे के एक छोटे से गांव विदर्भ से आते थे। उन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी(Nagpur University) से डिग्री हासिल की थी। डॉ. जाधव ने विश्व मंच पर अपनी पहचान बनाई थी। दुनिया भर में उनके नाम के कई पेटेंट हैं। वैक्सीन रिसर्च में डॉ. जाधव को 40 साल का अनुभव था। फार्मास्यूटिकल सेक्टर ने डॉ. सुरेश जाधव की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने डॉ. जाधव के जाने से भारतीय चिकित्सा क्षेत्र को भारी नुकसान बताया है।


डॉ. सुरेश जाधव (Dr. Suresh Jadhav) के निधन पर हावर्ड स्कॉलर प्रशांत यादव ने ट्वीट किया, “सुरेश जाधव भारत में वैक्सीन निर्माण में एक मजबूत भूमिका निभाई थी। उन्होंने तकनीकी क्षमताओं को जमीन से उठाकर ऊपर पहुंचाया था। उनकी नम्रता और जमीन से जुड़े रहने की शैली ने मुझे हमेशा प्रभावित किया है। उनका जाना सभी वैक्सीन इंडस्ट्री खासकर डीसीवीएमएन (DCVMN) के लिए दुखद है।”

जनवरी 2021 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “एक साल से भी कम समय में वैक्सीन बनाना कोई आसान उपलब्धि नहीं है। कोरोना ने वैक्सीन रिसर्च में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दिया है। वैक्सीन को बहुत तेज गति से विकसित किया गया है। हमें यह याद रखना चाहिए कि सरकारें और अथॉरिटीज इमरजेंसी (authorities emergency) में वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति दे रहे हैं।”

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