उज्जैन। पिछले एक महीने से बिजली विभाग के सभी झोन कार्यालयों पर लगातार उपभोक्ताओं की भीड़ बढ़ रही है। ज्यादातर लोग बगैर रीडिंग लिए हजारों के एवरेज बिल आने के बाद कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। नई सडक़ झोन कार्यालयों में भी ऐसी ही भीड़ पड़ रही है और यहाँ सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा।
विद्युत मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बाद बीते 6 महीनों में शहरी क्षेत्र से ही विभाग का लगभग 70 करोड़ रुपया बकाया चल रहा है। लगभग 50 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने पिछले 6 महीने में बिल की राशि अदा नहीं की है। शहरी क्षेत्र में बिजली कंपनी के 1 लाख 27 हजार से ज्यादा घरेलू व कमर्शियल उपभोक्ता हैं। बड़े बकायादारों पर विद्युत मंडल ने वसूली की कार्रवाई भी शुरु कर दी है। 6 माह से ज्यादा बिल बकाया होने पर फिलहाल बिजली कंपनी की टीम उद्योगों और व्यवसायिक बकायादारों पर कार्रवाई कर रही है। इधर कोरोना संक्रमण शुरु होने के बाद से ही घरेलू उपभोक्ताओं के यहाँ समय पर रीडिंग नहीं हो रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि इसी के चलते एवरेज बिल दिए जा रहे हैं वह भी हजारों की राशि में। झोन कार्यालयों पर जाकर इसकी शिकायत करनी पड़ रही है और कई उपभोक्ता तो ऐसे हैं जिन्होंने मार्च महीने के पहले तक 400 रुपए की बिजली जलाई थी। उनके भी शासन की घोषणा के अनुरूप बिजली के बिल आधे नहीं किए जा रहे हैं। यही कारण है कि विद्युत मंडल के लगभग सभी झोन पर उपभोक्ता शिकायतें लेकर पहुँच रहे हैं। आज सुबह नईसडक़ स्थित झोन कार्यालय पर उपभोक्ताओं की भीड़ उमड़ रही थी और यहाँ सोशल डिस्टेंस दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही थी। मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र नईसडक़ पर यह कार्यालय होने के बाद भी कोरोना स्क्वाड की नजर भी यहाँ रोज लग रही भीड़ पर नहीं पड़ रही है।